Bihar News: पुल और अस्पताल के बाद रेलवे पटरी उखाड़ ले जा रहे चोर! ट्रक और हाईवा के साथ पांच लोग गिरफ्तार
Bihar News बिहार में पुल और अस्पताल के बाद चोरों की नजर रेलवे ट्रैक पर है। किशनगंज में रेलवे ट्रैक उखाड़ ले जा रहे पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वे लोग अपने साथ ट्रक और हाईवा भी साथ लेकर आए थे।
संवाद सूत्र, फारबिसगंज (अररिया)। Bihar News: फारबिसगंज सहरसा रेलखंड आमान परिवर्तन में एमबीआइटी कालेज के पीछे से रेलवे की पटरी चोरी करते हुए पांच चोरों को फारबिसगंज पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार चोरों के पास से पुलिस ने एक सोलह चक्का ट्रक, एक हाइड्रा और रेलवे की चोरी कर ले जा रहे लोहे की पटरियां भी बरामद की है।
गिरफ्तार चोरों को स्थानीय थाना लाया गया। जिसके बाद सहरसा से पहुंची आरपीएफ की इंस्पेक्टर वंदना कुमारी, सब इंस्पेक्टर तारकेश्वर यादव एवं सब इंस्पेक्टर वशिष्ठ कुमार को पांचों आरोपित चोर के साथ बरामद सामान भी सुपुर्द कर दिया गया है।
गिरफ्तार पांचों चोर में बहादुरपुर वार्ड संख्या 15 थाना हथौड़ी जिला समस्तीपुर का रविंद्र कुमार मंडल पिता राधे मंडल, पूर्णिया गुलाबबाग वार्ड संख्या 36 थाना पूर्णिया का मुहम्मद कुर्बान, बेलवा वार्ड संख्या तीन थाना अररिया जिला अररिया नबी हसन, अररिया के लहथोड़ा वार्ड संख्या दो के हसनैन एवं इसी वार्ड के मसूद शामिल है। चोर के पास से पुलिस ने एक हाइड्रा वाहन और 16 चक्का ट्रक में लोड कर ले जा रहे हैं पांच रेलवे की पटरी के अलावा पां मोबाइल फोन भी बरामद किया है।
बड़े पैमाने पर हो रही थी रेलवे की पटरी की चोरी, पूरा गिरोह कर रहा है काम -
फारबिसगंज में रेलवे की पटरी चोरी कर रहे गिरफ्तार चोरों से स्थानीय थाना में डीएसपी रामपुकार सिंह एवं थानाध्यक्ष निर्मल कुमार यादवेन्दु ने गहन पूछताछ की पूछताछ के उपरांत डीएसपी ने कहा कि रेलवे ट्रैक के आईरन की चोरी बड़े पैमाने पर किया जा रहा था। चोरी करते हुए पांच चोर पकड़े गए हैं। डीएसपी ने कहा कि हाइड्रा और लोड करने वाला ट्रक भी मौजूद था जिसे जब्त किया गया है।
उन्होंने कहा कि रेलवे की पटरी चोरी करने वाले गिरोह संगठित होकर चोरी की घटना को अंजाम दे रहा था। पूछताछ के क्रम में यह बात प्रकाश में आया है कि इसका बहुत बड़ा गिरोह है जो रेलवे के लोहा को चोरी करके फैक्ट्री में बेचता है। इससे अन्य लोगों के सम्मिलित होने की भी जांच की जा रही है। डीएसपी ने कहा कि चूंकि यह रेलवे की संपत्ति है। इसलिए सहरसा आरपीएफ को सुपुर्द किया गया है। लेकिन स्थानीय स्तर पर पुलिस अधीक्षक का निर्देश है कि मामले की पूरी जांच की जाए। इसमें कौन-कौन लोग शामिल हैं पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।