Bihar News: 'जिस्म का बाजार' भी हुआ 'Unlock'! कई राज्यों की लड़कियों से जबरदस्ती करवाया जा रहा गंदा काम
बिहार के जिस्म का बाजार माने रेड लाइट एरिया इन दिनों गुलजार हैं। छापेमारी के बाद यहां से ग्राहक और युवतियों की बरामदगी जरूर हो रही है लेकिन कई बड़े सवाल पीछे छोड़ जा रही है। ऐसा नहीं है कि कई जिलों के रेड लाइट एरिया आज ही उजड़े...
आनलाइन डेस्क, भागलपुर। बिहार में जिस्म का बाजार भी अनलाक हो गया है। बीते कुछ दिनों से एक के बाद एक ऐसी खबरें संज्ञान में आई हैं, जो इस बात की तस्दीक करती हैं। अन्य राज्यों जैसे दिल्ली, पश्चिम बंगाल, असम की युवतियों को इस गंदे काम में ढकेला जा रहा है। यही नहीं, जानकारी ऐसी भी है कि नेपाल से भी लड़कियां बिहार लाई जाती हैं। रेड लाइट एरिया पूरी तरह गुलजार हो गया है। पुलिसिया कार्रवाई हुई, तो नाबालिग समेत लड़कियों की बरामदगी और ग्राहक भी पकड़े गए।
बिहार के सीमावर्ती जिले किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, सुपौल में देह व्यापार के कई मामले सामने आए हैं। भागलपुर से भी गंदा काम करने के आरोप में युवतियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। रेड लाइट एरिया जैसे-जैसे अनलाक में छूट दी गई, मानो ये भी अनलाक हो गए हो। सिलसिलेवार तरीके से हाल-फिलहाल के कुछ मामलों पर नजर डालें, तो सभी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं।
पूर्णिया से नाबालिग समेत 11 बरामद
शनिवार को दिल्ली के एक एनजीओ के सदस्य पूर्णिया पहुंचे, यहां उन्होंने और स्थानीय पुलिस ने दो रेडलाइट एरिया पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में नाबालिग समेत 11 युवतियों की बरामदगी हुई, साथ ही एक ग्राहक भी पकड़ा गया। कटिहार मोड़ और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रानीपतरा रेड लाइट एरिया पर ये कार्रवाई की गई।
किशनगंज: रेड लाइट एरिया
किशनगंज में इसी हफ्ते बड़ी कार्रवाई की गई। एसपी कुमार आशीष के पास एक पीड़िता ने काल कर जो कहा, उसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। किशनगंज में खगड़ा स्थित रेड लाइट एरिया से 10 महिला एवं पांच पुरुषों व बहादुरगंज थाना स्थित प्रेमनगर रेड लाइट एरिया से चार महिला एवं पांच पुरुषों को गिरफ्तार किय गया।
स्टेशन और बस अड्डों के पास जोरों पर देह व्यापार
देह व्यापार के गंदे खेल में सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाले स्थानों को प्राथमिकता दी जाती है। दरअसल, अररिया में पिछले महीने हुई छापेमारी में रेलवे स्टेशन के पास एक होटल में हुई छापेमारी में युवतियां और ग्राहक गिरफ्तार किए गए, दूसरी तरफ फारबिसगंज इलाके में भी छापेमारी की गई।
इसी तरह भागलपुर के गोराडीह के जगदीशपुर बाजार से पिछले महीने जुलाई में एक युवती और दो युवकों को अश्लील काम करते हुए पकड़ा गया। भागलपुर के रेलवे स्टेशन के पास से भी देह व्यापार से जुड़ी महिलाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है। ये सभी मामले कोरोना लाकडाउन के बाद के ही हैं। ऐसा कहा जाता है कि सीमांचल की सबसे बड़ी रेडलाइट एरिया कटिहार मोड़ है, जहां पर शनिवार को छापेमारी की गई।
बहरहाल, पुलिसिया कार्रवाई की जा रही है लेकिन यह धंधा अब बिहार में गंभीर समस्या बनता जा रहा है। रेड लाइट एरिया बार-बार उजाड़ी तो जा रहीं हैं लेकिन ये कुछ दिन बाद फिर से आबाद हो जाती हैं। जिस्मफरोशी को अपना धंधा मान चुके लोग जेल से निकलते ही वापस अपने पुराने काम में लग जाते हैं।
जानकारी मुताबिक, कोरोना काल में अपनी नौकरी गंवा चुके या फिर आर्थिक रूप से कमजोर हो चुके परिवार देह व्यापार के धंधे से जुड़े लोगों के निशाने पर हैं। नौकरी का झांसा देकर या फिर उन्हें पैसे का लालच देकर इस दलदल में ढकेला जा रहा है। हालांकि, बिहार पुलिस ने इसके लिए गुप्तचरों के नेटवर्क को सक्रिय कर दिया है।