भागलपुर, ऑनलाइन डेस्क। Bihar Lockdown New Guidelines: बिहार में अभी लॉकडाउन है। इसके विस्तार को लिए शीघ्र निर्णय लिए जाएंगे। उम्मीद है कि इसका विस्तार किया जाएगा। अभी 25 मई तक लॉकडाउन है। लॉकडाउन के तीसरे चरण को लागू करने की संभावना है। उम्मीद जताई जा रही है कि मई माह तक पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। इसके बाद भी लॉकडाउन के जारी रहने की संभावना है। लॉकडाउन और कोरोना गाइडलाइन को लेकर यहां के जनप्रतिनिधियों और नेताओं की क्या चाहते हैं, आइए जानिए। एनडीए के जनप्रतिनिधियों ने कहा कि लॉकउाउन को बढ़ाया जाए। लेकिन विपक्षी पार्टियों ने कोरोना काल में सरकार की कार्यशैली पर प्रश्न उठाया। कहा कि -लॉकडाउन जरुरी है, लेकिन इससे हो रही परेशानियों को लेकर सरकार गंभीर नहीं है।
भागलपुर के भाजपा जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय ने कहा कि बिहार में लॉकडाउन लगाने से काफी फायदा हुआ है। कोरोना वायरस का संक्रमण काफी कम हुआ है। लेकिन अभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए बिहार में अभी लॉकडाउन को और बढ़ाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मई माह तक तो पूर्ण लॉकडाउन रहे। इसके बाद भी कुछ दिनों तक कुछ छूट देते हुए लॉकडाउन को जारी रखनी चाहिए। ताकि कोरोना का प्रसार पूर्ण रूप से समाप्त हो सके। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से परेशानी भी हो रही है। खासकर मजदूर वर्ग के लोग काफी परेशान हैं। उनके लिए भारतीय जनता पार्टी सहित सामाजिक और प्रशासनिक स्तर पर सेवा कार्य जारी है। उन्होंने सुविधा प्रदान की जा रही है। कोरोना काल में सभी को एकजुट होने की जरुरत है।
नवगछिया के भाजपा जिलाध्यक्ष विनोद कुमार मंडल ने कहा कि लॉकडाउन का विस्तार अभी जरुरी है। मई माह तक पूर्ण लॉकडाउन लगाया जाए। साथ ही किसानों और व्यापारियों के लिए कुछ छूट दिया जाए, ताकि नवगछिया इलाके के किसान अपने फल को दूसरे जगह भेज सके। यहां आम, केला, लीची सहित कई प्रकार के अन्न के पैदावार होते हैं।
बिहपुर के भाजपा विधायक ई शैलेंद्र ने कहा कि लॉकडाउन लगने से कोरोना का प्रसार काफी हद तक कम हुआ है। लेकिन अभी कोरोना का संक्रमण है। इसलिए लॉकडाउन को बढ़ाया जाना चाहिए। कम से कम 10 दिन और पूर्ण लॉकडाउन लगाया जाय। इसके प्रसार को रोकना जरुरी है। उन्होंने कहा कि नवगछिया इलाके में आम और लीची की अच्छी पैदावार होती है। लॉकडाउन के कारण यहां के किसानों को परेशानी हो रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की है कि किसानों को माल दूसरे जगह भेजने की सुविधा प्रदान किया जाए।
पीरपैंती के भाजपा विधायक इंजीनियर ललन कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर लगाए गए लॉकडाउन से यह रिजल्ट काफी अच्छा देखा जा रहा है। लॉकडाउन 10 दिन बढ़ाया जाना चाहिए। लोगों में जागरूकता का अभाव अभी भी देखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री से लॉकडाउन 10 दिन बढ़ाने के लिए आग्रह करेंगे।
कहलगांव के भाजपा विधायक पवन यादव ने कहा कि लॉकडाउन से कोरोना संक्रमण कम हुआ है। इसे कुछ दिनों के लिए जारी रखने की जरूरत है। लॉकडाउन में क्या रियायतें दी जा सकती हैं, इस पर प्रशासन ही बेहतर निर्णय ले सकता है।
अभी लॉकडाउन और बढ़ना चाहिए। जब तक केस में कमी नहीं आती है, बिहार सरकार को लॉकडाउन के अवधि में वृद्धि करते रहना चाहिए। फिलहाल कोरोना के केस में कमी आई है। इसे देखते हुए आगे की दिशा और दशा तय करनी चाहिए। - अजय मंडल, जदयू सांसद भागलपुर
केस के हिसाब से लॉकडाउन बढ़ना चाहिए। सरकार जो फैसला ले रही है लोगों के हित में ही होगा। सात जून के बाद यदि केस में कमी आती है तो लॉकडाउन नहीं बढ़ना चाहिए। - गोपाल मंडल, गोपालपुर जदयू विधायक
लॉकडाउन से कम हुए हैं कोरोना केस और सख्ती की है जरुरत
राज्य सरकार द्वारा जारी लॉकडाउन अब समाप्ति की ओर है। सुल्तागनंज के जदयू विधायक ललित नारायण मंडल ने इससे बढ़ाने और इसमें सख्ती लाने की बात कही है। विधायक ललित नारायण मंडल ने बताया कि लोगों को जागरूक होने की आवश्यकता है। सुल्तानगंज क्षेत्र में वैक्सीन का स्लॉट खाली जा रहा है। ऐसे में युवाओं को आगे आकर वैक्सीनेशन को तरजीह देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग जागरूकता के अभाव में मास्क का उपयोग नहीं कर रहे हैं। ऐसा करना सेहत के साथ जान से भी खिलवाड़ हो सकता है। कोरोना काल में राज्य सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें, जितना हो सके घर में रहे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपदा की घड़ी में परिवार को सहायता पहुंचाने के लिए तत्पर है। कामगार मजदूरों को भी सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। वहीं कोरोना मरीज के परिजन और अन्य लोगों के लिए प्रखंड स्तर पर सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है, लेकिन जब तक लोग जागरूक नहीं होंगे, इसमें कमी नहीं आएगी।
लॉकडाउन की अवधि बढ़े, श्रमिकों और किसानों पर ध्यान दे सरकार
नाथनगर से राजद विधायक अली अशरफ सिद्दीकी ने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन की अवधि बढ़ने से कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन, सरकार को मध्यमवर्गीय और गरीब लोगों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। किसानों की परेशानी पर अलग से कुछ घोषणा करनी चाहिए। सरकार की तरफ से श्रमिकों को अलग से भत्ता देने के लिए ठोस निर्णय लेने की जरूरत है। इसके अलावा दुकानों के खुलने का समय अवधि को बढ़ाना चाहिए। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर अस्पतालों में स्वास्थ सुविधाओं को और बेहतर करने की आवश्यकता है। कोरोना से बचने के लिए लोग घरों में रहे ज्यादा जरूरी होने पर ही बाहर निकले और मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।
भागलपुर के विधायक सह बिहार कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन बढ़ाना अच्छी बात है। लेकिन यहां मजदूर, रिक्शा चलाने वाले आदि हैं, जिन्हें काम नहीं मिल पा रहा है। उन्हें सरकार द्वारा उनके बैंक खाते में कम से कम पांच हजार रुपये और राशन उपलब्ध कराना चाहिए। दिशा में अभी तक सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है। अस्पताल में कोरोना संक्रमितों को बेहतर सुविधा मिले। समुचित इलाज हो। मरीजों का काफी खर्च हो रहा है, इस पर रोक लगे। टीकाकरण ज्यादा से ज्यादा हो। इस दिशा में सरकार गंभीर नहीं है। सिर्फ लॉकडाउन लगाकार कोरोना का प्रसार कम करना उचित नहीं है। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना होगा। टीकाकरण में तेजी लाने की जरुरत है। टीकाकरण में भी लापरवाही बरती जा रह है। टीकाकरण के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सह कहलगांव के पूर्व कांग्रेस विधायक सदानंद सिंह ने कहा कि लॉकडाउन से कोरोना संक्रमण कम करने में काफी सफलता मिली है। इसके अनुपालन में और सख्ती बरतने की जरूरत है। आज भी लोग बिना मास्क के सब्जी मंडी सहित अन्य स्थानों पर नजर आते हैं। लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सोचना सरकार, प्रशासन और मेडिकल बोर्ड का काम है कि लॉकडाउन के दौरान किसी प्रकार का कोरोना गाइडलाइन बनाया जाए, ताकि जनता को राहत मिले।

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