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Bihar Flood 2022: खगड़िया में बागमती नदी उफान पर, हटाए जाएंगे अलौली के तकरीबन 100 घर

Bihar Flood 2022 बिहार का खगड़िया जिला जो नदियों से घिरा है। हर साल बाढ़ की चपेट में रहता है। इस बार भी नदियों में उफान आया हुआ है। बागमती नदी का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ा है। वहीं कटान भी शुरू हो गई है। ऐसे में प्रशासन ने एहतियाती...

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Fri, 24 Jun 2022 10:28 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jun 2022 10:28 PM (IST)
Bihar Flood 2022: खगड़िया में बागमती नदी उफान पर, हटाए जाएंगे अलौली के तकरीबन 100 घर
Bihar Flood 2022: कहर मचाने को तैयार है बागमती!

निर्भय, खगड़िया: इस साल भी बागमती नदी उफान पर है। नदी किनारे बसे अलौली प्रखंड के उत्तरी बोहरवा, दक्षिणी बोहरवा, दहमा खेरी खुटहा पंचायत के बनहेर-मोहनपुर मुसहरी और कारगिल टोला गांव में कटाव का खतरा मंडरा रहा है। बनहेर-मोहनपुर मुसहरी को कटाव से बचाने के लिए बीते दिनों नदी से बालू के ढेर को हटाने का काम आरंभ किया गया। लेकिन एकाएक जलस्तर में बढ़ोत्तरी से काम रोकना पड़ा। बनहेर-मोहनपुर मुसहरी आसपास है। वहीं अब प्रशासन दियारा इलाके के घरों के भी खाली कराने का काम करने जा रहा है।

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चार गांवों के ऊपर कटाव के बादल मंडरा रहे हैं

इधर, इन गांवों के नदी किनारे अवस्थित घरों को अलौली अंचल प्रशासन ने हटाने को कहा है। अलौली के प्रभारी सीआइ दिनेश दास ने बताया कि उत्तरी बोहरवा में चार परिवारों ने घर तोड़कर हटा भी लिया है। यहां 33 के आसपास घर नदी किनारे हैं। संबंधित गृह स्वामियों को घर हटाने को कह दिया गया है। जबकि बनहेर-मोहनपुर मुसहरी में 42 घर बागमती नदी के किनारे हैं। इन घरों के स्वामियों को भी वहां से समय रहते मकान हटाने को कहा गया है। दक्षिणी बोहरवा में तीन और कारगिल टोला में 20 घर नदी किनारे अवस्थित हैं। इन गृहस्वामियों को भी मकान हटाने को कह दिया गया है। कुल 98 घर अलौली अंचल प्रशासन की नजर में कटाव की जद में है। जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है।

उत्तरी बोहरवा में चार लोगों ने मकान तोड़कर हटा लिया

उत्तरी बोहरवा में चार परिवार ने अपने घरों को तोड़कर हटा लिया है। बीते वर्ष भी यहां 30 से अधिक मकान नदी में समा गए थे। इस वर्ष भी बागमती कहर ढाने को तैयार है। बागमती के जलस्तर में वृद्धि के बाद यहां के चार परिवार ने अपना ईंट-खपरैल-चदरा का मकान तोड़कर हटा लिया। इनमें सतनी देवी (पति: मनोज बिंद), कविता देवी (देवेंद्र कुमार बिंद), रेखा देवी (सिकंदर बिंद) और सरिता देवी (परमानंद बिंद) शामिल हैं।

परमानंद बिंद कहते हैं- नदी के बढ़ने पर घर के पास की मिट्टी धंसने लगी। इसलिए ईंट-खपरैल के मकान को तोड़कर हटा लिया। अभी चचेरे भाई रामजी बिंद के यहां समान रख दिए हैं। घर से हटकर अपने मेडिकल की दुकान में सपरिवार शरण लिए हुए हैं। परमानंद बिंद का नौ सदस्यीय परिवार है। उन्होंने कहा कि अभी तक कोई राहत नहीं मिली है। अलौली के प्रभारी सीआइ ने कहा है कि आपदा के तहत राहत दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

अलौली के अंचल निरीक्षक दिनेश दास ने कहा कि अलौली प्रखंड के चार गांवों के 98 घर कटाव की जद में आ रहे हैं। सभी की वीडियोग्राफी कराई गई है। गृहस्वामियों को घर हटाने को कहा गया है। ऊंचे शरण स्थल चिन्हित कर दिए गए हैं। प्रभावित परिवारों को प्रावधान के तहत क्षतिपूर्ति दी जाएगी।


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