बिहार में स्कूली बच्चों के लिए आधार कार्ड अनिवार्य है लेकिन राज्य में अभी भी 27.35 लाख बच्चे ऐसे हैं जिनके पास आधार कार्ड नहीं है। शिक्षा विभाग के निर्देशों के बावजूद सरकारी और निजी स्कूल आधार अपडेट के काम में लापरवाही बरत रहे हैं। बिना आधार कार्ड के नामांकित बच्चों की बात करें तो इसमें गया जिला आगे है। वहीं इस सूची में शिवहर सबसे पीछे है।
अभिषेक प्रकाश, भागलपुर। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा डुप्लीकेट नामांकन रोकने के लिए स्कूली बच्चों का डाटा ई-शिक्षा पोर्टल पर अपलोड करवाया जा रहा है। लगातार निर्देश दिए जाने के बावजूद भी अबतक शत प्रतिशत आधार अपडेट का काम पूरा नहीं हो पाया। सरकारी स्कूल और निजी स्कूल दोनों आदेश का बंटाधार किए हुए हैं। इसबार 31 अगस्त अंतिम तिथि तय की गई थी, लेकिन फिर तिथि बढ़ा दी गई है।
31 अगस्त तक की रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य भर में 77539 सरकारी स्कूल, मदरसा, प्रोजेक्ट विद्यालय, संस्कृत विद्यालय के 27 लाख 35 हजार 255 छात्र-छात्राओं के पास आधार नहीं है। जबकि राज्य के 14,060 निजी विद्यालयों में 9 लाख 35 हजार 264 बच्चे बिना आधार कार्ड के नामांकित हैं।
जारी रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी विद्यालयों में सत्र 2024-25 में 2 करोड़ 14 लाख 3 हजार 886 बच्चे नामांकित हैं। जिनमें से ई-शिक्षा पोर्टल पर एक करोड़ 60 लाख 68 हजार 483 का आधार अपडेट किया गया है, जो कुल नामांकित बच्चों का 90 प्रतिशत है। वहीं, राज्य के निजी स्कूलों की बात करें तो 14060 स्कूलों में नामांकित बच्चों में 42 प्रतिशत डाटा ही अपलोड किया गया है।
सबसे अधिक बिना आधार कार्ड के नामांकित बच्चे गया में
बिना आधार कार्ड के नामांकित बच्चों की बात करें तो इसमें गया जिला आगे है। गया जिले के 3468 स्कूल में आठ लाख 42 हजार 754 बच्चे नामांकित हैं, जिनमें से एक लाख 81 हजार 13 बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं है। वहीं शिवहर जिले में 455 स्कूल है। जहां एक लाख 30 हजार 535 बच्चे नामांकित है, वहां के 27649 बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं है। हालांकि डाटा अपडेट करने के मामले में अरवल जिला 98 प्रतिशत के साथ राज्य में पहले स्थान पर जबकि शिवहर 83 प्रतिशत के साथ अंतिम पायदान पर है।
जिले में 83302 बच्चों के पास आधार कार्ड नहीं
भागलपुर जिले की बात करें तो यहां के 83302 बच्चे का नाम स्कूल में बिना आधार कार्ड के दर्ज किया गया है। जारी रिपोर्ट के मुताबिक जिले के 2074 स्कूलों में 6 लाख 38 हजार 873 बच्चे नामांकित हैं। जिनमें से आधार के साथ चार लाख 78 हजार 406 बच्चों का डाटा ई-शिक्षा पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। राज्य में भागलपुर का स्थान 90 प्रतिशत के साथ 18 वें नंबर पर है।
आधार अपडेट में लापरवाही तो कब होगी कार्रवाई
डीपीओ एसएसए डॉ. जमाल मुस्तफा ने बताया कि अब डाटा अपलोड में किसी भी स्तर की लापरवाही होगी, तो संबंधित व्यक्ति और संस्थान पर कार्रवाई होगी। उन्होंने सभी सरकारी, निजी, अनुदानित, मदरसा व संस्कृत विधालय को निर्देश दिया है कि तीन सितंबर तक सभी विद्यालय प्रधान आधार रहित बच्चों का जन्म प्रमाणपत्र बनाना सुनिश्चित करें। साथ ही 10 सितंबर तक ई शिक्षा कोष पर अपलोड करें। अब आगे समय नहीं दिया जाएगा। जिले के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को विद्यालयवार गहन अनुश्रवण करने का निर्देश दिया गया है।