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Bihar Assembly Elections : 2014 में भाजपा के हाथ से फिसल गई थी भागलपुर की सीट

Bihar Assembly Elections भागलपुर के विधायक अश्विनी कुमार चौबे के बक्सर से सांसद बनने के बाद कांग्रेस ने जीत हासिल की है। क्षेत्र भाजपा की पांरपरिक सीट मानी जाती थी।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 09:21 AM (IST)Updated: Thu, 10 Sep 2020 09:21 AM (IST)
Bihar Assembly Elections : 2014 में भाजपा के हाथ से फिसल गई थी भागलपुर की सीट
Bihar Assembly Elections : 2014 में भाजपा के हाथ से फिसल गई थी भागलपुर की सीट

भागलपुर  [नवनीत मिश्र]। भागलपुर विधानसभा क्षेत्र भाजपा की पांरपरिक सीट मानी जाती थी। 2014 में यह सीट कांग्रेस के हाथ में चली गई थी। भागलपुर के विधायक अश्विनी कुमार चौबे के बक्सर से सांसद बनने के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के अजीत शर्मा ने भाजपा के नभय कुमार चौधरी को पराजित कर दिया था।

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2015 के विधानसभा चुनाव में भी अजीत शर्मा ने जीत दर्ज की। उन्होंने पूर्व विधायक अश्विनी कुमार चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे को पराजित किया था। हालांकि, अर्जित जितने वोट से हारे थे, उतने वोट भाजपा के बागी उम्मीदवार विजय साह को आए थे। तब कांग्रेस को राजद और जदयू का साथ था। रालोसपा व लोजपा भाजपा के साथ थी। अब समीकरण बदल गया है। कांग्रेस के साथ राजद और रालोसपा है, जबकि भाजपा के साथ जदयू है। विजय कुमार मित्रा भागलपुर से भाजपा के पहले विधायक थे। इससे पहले मित्रा जनसंघ और लोकदल से विधायक थे। उन्हें 1980 व 1985 में उन्हें कांग्रेस के शिवचंद्र झा ने पराजित किया था। इसके बाद से लगातार 2014 तक भाजपा का सीट पर कब्जा रहा।

भागलपुर विधानसभा का सबसे अधिक प्रतिनिधित्व विजय कुमार मित्रा ने पांच बार किया है। वे जनसंघ से तीन बार, लोकदल और भाजपा से एक-एक बार चुनाव जीते हैं। इसके बाद भाजपा के अश्विनी कुमार चौबे ने प्रतिनिधित्व किया। वे चार बार यहां से चुनाव जीते हैं। उनके बक्सर से सांसद चुने जाने के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस के अजीत शर्मा ने भाजपा के नभय कुमार चौधरी को पराजित किया था। 2015 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अजीत शर्मा अश्विनी कुमार चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे को पराजित कर विधायक बने थे। कांग्रेस के अजीत शर्मा को 70,514 व भाजपा के अर्जित शाश्वत चौबे को 59,856 वोट आए थे। भाजपा के बागी विजय साह को 15,212 वोट आए थे। चुनाव के बाद पार्टी ने विजय साह को पार्टी से निलंबित कर दिया था। दो वर्ष बाद विजय साह को निलंबनमुक्त कर दिया गया। इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होना तय है। दोनों ही पार्टियां अभी से चुनाव की तैयारी में जुट गई हैं। कांग्रेस ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है।

वर्ष   विजयी प्रत्याशी   पार्टी

1951-57 : सत्येंद्र नारायण अग्रवाल : कांग्रेस

1957-62 : सत्येंद्र नारायण अग्रवाल : सीपीआइ

1962-67 : सत्येंद्र नारायण अग्रवाल : कांग्रेस

1967-69 : विजय कुमार मित्रा : जनसंघ

1969-72 : विजय कुमार मित्रा : जनसंघ

1972-77 : विजय कुमार मित्रा : जनसंघ

1977-80 : विजय कुमार मित्रा : लोकदल

1980-85 : शिव चंद्र झा : कांग्रेस

1985-90 : शिव चंद्र झा : कांग्रेस

1990-95 : विजय कुमार मित्रा : भाजपा

1995-2000 : अश्विनी कुमार चौबे :  भाजपा

2000-2005 : अश्विनी कुमार चौबे : भाजपा

2005-2010 : अश्विनी कुमार चौबे: भाजपा

2010-2014 :अश्विनी कुमार चौबे :भाजपा

2014-2015 :अजीत शर्मा :कांग्रेस

2015-2020 : अजीत शर्मा :  कांग्रेस

मुख्‍य बातें

- कांग्रेस के अजीत शर्मा ने भाजपा के नभय कुमार चौधरी को किया था पराजित

- भागलपुर से पांच बार विधानसभा पहुंचे हैं विजय कुमार मित्रा

- अश्विनी चौबे ने चार और सत्येंद्र अग्रवाल ने तीन बार की है जीत दर्ज


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