Bihar Assembly Elections 2020 : कल तक थे दूर, अब नेता जी को 'फेसबुकिया' प्रेम
Bihar Assembly Elections 2020 कोरोना काल में चुनाव के कारण नेताजी फेसबुक पर सक्रिय हो गए हैं। सोशल नेटवर्क के माध्यम से लागातार वोटरों से संपर्क किया जा रहा है। हालांकि अभी तक उम्मीदवारी तय नहीं हुई है। लगातार उम्मीदवारी तय भी की जा रही है।
भागलपुर, जेएनएन। Bihar Assembly Elections 2020 : जिले में 28 अक्टूबर और दो नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट पड़ेंगे। ऐसे में नेताजी भी अब पूरी तरह डिजिटल हो गए हैं। सभी को 'फेसबुकिया' रोग लग गया है। सियासी हवा का रूख अपनी ओर करने के लिए प्रत्याशी सोशल मीडिया का खूब प्रयोग कर रहे हैं। फेसबुक, व्हाट्एसएप और मैसेंजर से अपने पक्ष में वोटरों को गोलबंद कर रहे हैं। साथ ही विपक्षी दलों पर तरह-तरह का पोस्ट कर हमला करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं एक दूसरे को गलत ठहराने से कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस बार चुनाव में सीधा टक्कर एनडीए और महागठबंधन के बीच ही होगी। अभी बंद लिफाफे में ही प्रत्याशियों के नाम है। हालांकि पिछले कुछ चुनावों में ऐसा हाल कम ही देखने को मिलता था। गांव-गांव में सोशल मीडिया पहुंच चुका है और इसी सोशल मीडिया पर नेता अपने हक में वोट भी मांग रहे हैं।
चुनावी खर्च भी हो रहा कम
दोनों दलों के समर्थकों की मानें तो सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार करना काफी सस्ता है। इसमें तकरीबन नामात्र ही खर्च आता है। ज्यादा इंफ्रांस्ट्रक्चर की भी जरूरत नहीं है। समर्थक पोस्ट करके गांव के लोगों को टैग कर रहे हैं तो कभी पर्सनल मेसेज में अपने चुनावी पोस्टर भेज कर अपने पक्ष में वोट देने की अपील कर रहे हैं।
कम समय में ज्यादा लोगों कर रहे पसंद
ऑनलाइन प्रचार से एक फायदा यह भी है कि कम समय में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच बनाई जा सकती है। इसलिए भी उम्मीदवारों का रूझान सोशल मीडिया पर चुनावी प्रचार करने के लिए बढ़ा है। राजनीतिक दलों का मानना है कि युवा वर्ग के वोटर तक सबसे अधिक पहुंच सोशल मीडिया द्वारा ही बनाई जा सकती है। युवा वर्ग सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। हालांकि इस तरह प्रचार करने से किसको कितना फायदा होता है यह तो आने वाला समय ही बता पाएगा।