Bihar Assembly Elections 2020 : बड़े-छोटे भाई के शासनकाल में जनता बेहाल : उपेंद्र
Bihar Assembly Elections 2020 रालोसपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी प्रचार करने पार्टी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा पहुंचे थे। उन्होंने शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन देने और उद्योग-धंधे लगाने का वादा किया। उन्होंने जमुई बांका और भागलपुर में पांच चुनावी सभाओं को किया संबोधित किया।
भागलपुर, जेएनएन। Bihar Assembly Elections 2020 : रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को कहा है कि बिहार में बड़े ओर छोटे भाई के 15-15 साल के शासनकाल में जनता बेहाल हो गई। आज भी स्वास्थ्य, शिक्षा व बेरोजगारी की समस्या से लोग त्राहिमाम हैं। दूसरे राज्यों में कल-कारखाने हैं, इस कारण वहां से मजदूर बिहार नहीं आते हैं। नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार में उद्योगों को बढ़ावा देने का समुचित प्रयास नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार अपनी क्षमता का इस्तेमाल ना कर भाजपा के आगे नतमस्तक हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में माय समीकरण पूरी तरह फेल हो गया है। स्वास्थ्य सेवा में राज्य की स्थिति सबसे खराब है। कुछ लोगों ने मिट्टी घोटाला कर पैसे बनाए। नीतीश ने काम का सृजन नहीं कर भागलपुर में सृजन घोटाला किया है। राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था सुधारने के बदले शिक्षकों पर लाठियां चला रही है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी सरकार आई तो शिक्षकों को समान काम के बदले समान वेतन दिया जाएगा। उद्योग-धंघे लगवाकर बेरोजगारों को रोजगार देने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि घर के लोग कोरोना काल में जब वापस आ रहे थे तो यहां के मुखिया उन्हें मारकर भगा रहे थे। उन्होंने मोदी पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि गुजरात से गोरखपुर जाने वाली रेलगाड़ी ओडिशा पहुंच जाती है। जमुई की सभा में पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह भी मौजूद थे। उपेंद्र कुशवाहा भागलपुर के शाहकुंड में सुल्तानगंज से रालोसपा प्रत्याशी हिमांशु पटेल, बांका में कौशल सिंह, बेलहर में शैलेंद्र कुमार, जमुई में अजय प्रताप सिंह और अलीगंज में सिकंदरा प्रत्याशी नंदलाल रविदास के पक्ष में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे थे।
रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को भागलपुर के शाहकुंड प्रखंड के केएल उच्य विद्यालय नारायणपुर में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बिहार में बड़े भाई के 15 साल एवं मंझले भाई के 15 साल के कार्यकाल में क्या विकास हुआ है, यह आप सब देख चुके हैं। बिहार में आज भी स्वास्थ्य, शिक्षा, बेरोजगारी की समस्या है। रोजगार के लिए अन्य प्रदेश में पलायन करने को मजबूर है। जबकि अन्य प्रदेशों के कामगार मजदूर रोजगार के लिए बिहार नहीं आते है।