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Bihar Assembly Election 2020 : भागलपुर में पांच सौ से अधिक कर्मियों के वेतन रोकने का आदेश, जानिए वजह

Bihar Assembly Election 2020 जिले के सात केंद्रों पर मतदान कर्मियों को द्वितीय चरण का प्रशिक्षण शनिवार तक दिया गया। इस दौरान पांच सौ से अधिक कर्मी प्रशिक्षण से गैरहाजिर रहे। ऐसे कर्मियों को कार्मिक विभाग द्वारा नोटिस भेजा जा रहा है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 04:12 PM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 04:12 PM (IST)
Bihar Assembly Election 2020 : भागलपुर में पांच सौ से अधिक कर्मियों के वेतन रोकने का आदेश, जानिए वजह
प्रशिक्षण में नहीं आए कर्मियों का वेतन रोक दिया गया है।

भागलपुर, जेएनएन। प्रशिक्षण कार्य में हिस्सा नहीं लेने वाले पांच सौ से अधिक कर्मियों का वेतन रोकने का दिया गया है। ये कर्मी द्वितीय चरण में हुए प्रशिक्षण कार्य में हिस्सा नहीं लिए। प्रशिक्षण कोषांग को नोडल पदाधिकारी प्रमोद कुमार पांडेय ने कहा है कि जो भी कर्मी प्रशिक्षण को लेकर लापरवाही बरते हैं, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

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जिले के सात केंद्रों पर मतदान कर्मियों को द्वितीय चरण का प्रशिक्षण शनिवार तक दिया गया। इस दौरान पांच सौ से अधिक कर्मी प्रशिक्षण से गैरहाजिर रहे। ऐसे कर्मियों को कार्मिक विभाग द्वारा नोटिस भेजा जा रहा है। नोटिस का सही जवाब नहीं मिलने पर ऐसे कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल कर्मियों का वेतन रोका गया है। प्रथम चरण का प्रशिक्षण तीन अक्टूबर से और द्वितीय चरण का प्रशिक्षण 13 अक्टूबर से पीठासीन पदाधिकारियों, माइक्रो प्रेक्षक, पी1, पी2, पी3 को दिया जा रहा था।

प्रथम चरण में हुए प्रशिक्षण के दौरान एक हजार से अधिक कर्मी अनुपस्थित पाए गए थे। ऐसे कर्मियों का वेतन रोकने का आदेश जिला प्रशासन ने दिया था। साथ ही ऐसे कर्मियों पर मामला दर्ज कराने के लिए संबंधित कार्यालय प्रधान से कहा गया था। शुक्रवार को निर्वाचन आयोग के प्रेक्षक और इसके पूर्व जिला निर्वाचन पदाधिकारी द्वारा प्रशिक्षण कार्यों का निरीक्षण कर चुके हैं।

प्रशिक्षण कोषांग के नोडल पदाधिकारी प्रमोद कुमार पांडेय के नेतृत्व में कोषांग से जुड़े पदाधिकारियों ने मतदान कर्मियों को पूरी मतदान प्रक्रिया से अवगत कराया है। ईवीएम व वीवी पैट के माध्यम से मतदान की पूरी प्रक्रिया बताई गई है। मतदान कर्मियों को बताया गया कि मतदान समाप्त होने के बाद क्लोज बटन को दबाना अनिवार्य है। किसी भी तरह का कनेक्शन या डिसकनेक्शन कंट्रोल यूनिट को स्वीच ऑफ करके ही किया जाएगा। पीठासीन पदाधिकारी बूथ एप के उपयोग के लिए मोबाइल नंबर निर्वाचन पदाधिकारी को उपलब्ध कराएंगे। जो मोबाइल नंबर उपलब्ध कराएंगे, वहीं नंबर लेकर मतदान केंद्र पर लेकर जाएंगे। एंड्रायड स्मार्ट फोन 2015 के बाद का होना चाहिए। न्यूनतम पांच मेगा पिक्सल रिजॉल्यूशन वाला कैमरा होना चाहिए। पीठीसीन पदाधिकारी बूथ एप डाउनलोड करेंगे। मतदान केंद्र पर पहुंचते ही बूथ एप को क्लिक करेंगे। प्रशिक्षण के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल व सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन किया गया।


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