Bihar assembly election 2020 : भारतीय जनता पार्टी ने रोहित पांडेय को भागलपुर से बनाया उम्मीदवार
Bihar assembly election 2020 बिहार विधानसभा के लिए दूसरे चरण में होने वाले चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। भागलपुर विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में मतदान होगा। भाजपा ने यहां से रोहित पांडेय को अपना उम्मीदवार बनाया है।
भागलपुर [दिलीप कुमार शुक्ला]। Bihar assembly election 2020 : बिहार विधानसभा के दूसरे चरण में होने वाले चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा 11 अक्टूवर को कर दी। भागलपुर जिले के भागलपुर, पीरपैंती, नाथनगर, बिहपुर और गोपालपुर विधानसभा में दूसरे चरण में तीन नवंबर मतदान होगा। जबकि जिले के कहलगांव और सुल्तानगंज विधानसभा में पहले चरण में 28 अक्टूबर को मतदान कराया जाएगा। भागलपुर जिले के चार विधानसभा (भागलपुर, पीरपैंती, बिहपुर, कहलगांव) में भाजपा और तीन (सुल्तानगंज, नाथनगर और गोपालपुर) पर जदयू चुनाव लड़ रही है।
भाजपा ने भागलपुर विधानसभा से रोहित पांडेय को अपना उम्मीदवार बनाया। पीरपैंती से ई ललन पासवान और बिहपुर से ई शैलेंद्र कुमार भाजपा प्रत्याशी घोषित किए गए। इससे पहले कहलगांव विधानसभा सीट से पवन कुमार यादव की घोषणा भाजपा ने पहले ही कर दी थी, जहां पहले चरण में मतदान होगा।
भागलपुर भाजपा जिलाध्यक्ष को मिला टिकट
तमाम अटकलों को खारिज करते हुए रोहित पांडेय ने भागलपुर से भाजपा का टिकट लेने में सफलता प्राप्त की। रोहित पांडेय अभी भागलपुर के भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष हैं। संभावना यह जताई जा रही थी कि भाजपा किसी भी जिलाध्यक्ष को पार्टी उम्मीदवार नहीं बनाएगी। इस सीट से स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के पुत्र अर्जित शाश्वत चौबे भी टिकट की दौड़ में शामिल थे। अर्जित को 2015 में विधानसभा चुनाव में भागलपुर से टिकट मिला था। लेकिन वे यहां से हार गए थे। इस बार भाजपा ने अपने जिलाध्यक्ष रोहित पर भरोसा जताया और उन्हें भागलपुर विधानसभा से टिकट दे दिया। यहां बता दें कि रोहित पांडेय का जिलाध्यक्ष के रूप में यह दूसरा कार्यकाल है। लगभग चार वर्षों से वे भागलपुर के भाजपा जिलाध्यक्ष हैं।
शैलेंद्र और ललन पर पार्टी ने जताया भरोसा
बिहपुर विधानसभा सीट से भाजपा ने ई शैलेंद्र कुमार और पीरपैंती से ई ललन पासवान को उम्मीदवार बनाया है। इन्हीं दोनों प्रत्याशियों को 2015 के चुनाव में भी टिकट मिला था। लेकिन तब दोनों हार गए थे। इसके बावजूद 2020 के चुनाव में भाजपा ने इन्हीं पर भरोसा जताया है।
अजीत शर्मा से होगा रोहित पांडेय का मुकाबला
भागलपुर विधानसभा से अभी अजीत शर्मा विधायक हैं। वे कांग्रेस पार्टी के हैं। इस बार भी कांग्रेस ने यहां से उन्हें ही उम्मीदवार बनाया है। उनको राजद का समर्थन प्राप्त है। अजीत शर्मा ने यहां दो बार भाजपा के प्रत्याशी को हराया था। पहली बार 2014 में भागलपुर विधानसभा में हुए उपचुनाव में उन्होंने नभय चौधरी को हराया। उसके एक वर्ष बाद हुए विधानसभा चुनाव में अर्जित शाश्वत चौबे को हराकर वे फिर से विधायक बन गए। इस बार उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय से होगा। भाजपा ने रोहित पांडेय को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया है। रोहित को जदयू का भी समर्थन प्राप्त है। यहां बता दें कि लोजपा अभी एनडीए से बाहर है। लोजपा अपना उम्मीवार वहीं खड़ा कर रही है, जहां से जदयू के उम्मीदवार मैदान में हैं। इसलिए भागलपुर से लोजपा के चुनाव लड़ने की संभावना कम है। क्योंकि यहां भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार खुद चुनाव लड़ रहे हैं। यहां यह भी जानना जरुरी है कि करीब दो माह पूर्व भागलपुर के उपमहापौर राजेश वर्मा लोजपा में शामिल हो गए थे। इससे पहले वे भाजपा में थे।
अर्जित ने रोहित को बधाई दी
रोहित पांडेय को भाजपा से टिकट मिलने के बाद उन्हें बधाई देने का सिलसिला जारी है। भागलपुर विधानसभा के पूर्व भाजपा प्रत्याशी अर्जित शाश्वत चौबे ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि वे एक लगनशील कार्यकर्ता हैं। उन्होंने पार्टी में कार्य करते हुए संगठन को काफी मजबूती प्रदान की है। जिलाध्यक्ष के रूप में उनका कार्य सराहनीय है। वे मिलनसार प्रवृत्ति के हैं।
कौन हैं रोहित पांडेय, जानिए...
रोहित पांडेय भागलपुर जिले के बैजानी के निवासी हैं। बैजानी नाथनगर विधानसभा में पड़ता है। उनका ज्यादातर समय पटना में बीता है। वहीं से उन्होंने राजनीति विज्ञान में स्नातक किया है। छात्र राजनीति की शुरुआत भी उन्होंने पटना से की। वे वहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से सक्रियता से जुड़े रहे। उन्होंने आरएसएस और उसके कई अनुशांगिक संगठन में विभिन्न दायित्वों का निभाया है। वे आरएसएस के द्वितीय वर्ष प्रशिक्षित स्वयंसेवक हैं। श्रीगुरुजी जन्म शताब्दी समारोह के दौरान वे दक्षिण बिहार प्रांत के कोषाध्यक्ष थे। इसके बाद वे भाजपा में सक्रिय हो गए। पटना में वे भाजपा के कई पदों पर रहे। पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने उनपर भरोसा जताते हुए लगभग चार वर्ष पूर्व उन्हें भागलपुर का जिलाध्यक्ष बनाकर पटना से यहां भेजा। जिलाध्यक्ष के रूप में उनका यहां दूसरा कार्यकाल है। वर्तमान में वे तिलकामांझी में अपने आवास पर रहकर पार्टी की कमान संभाले हुए हैं।