प्रवासी मजदूरों सुविधा देना बड़ी चुनौती, डाटा तैयार कर रहा श्रम विभाग
प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए श्रम संसाधन विभाग डाटा तैयार कर रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे श्रमिकों से फोन कर विभाग के अधिकारी जानकारियां जुटा रहे हैं।
भागलपुर, जेएनएन। लॉकडाउन के कारण इस समय बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर घर लौट रहे हैं। इन मजदूरों को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराना सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगी। ये बातें टाटा इंस्टीच्यूट ऑफ सोशल साइंसेज मुंबई के संजीव कुमार ने कही। वह टीएनबी कॉलेज के राजनीति विज्ञान विभाग में आयोजित वेबिनार को संबोधित कर रहे थे। प्रो. राणा चंद्र भानू, डॉ. मुश्फिल आलम, डॉ. मनोज कुमार ने भी मजदूरों के हालात पर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बीमार पडऩे पर यहां के 78 फीसद लोग इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों पर निर्भर हैं। इसके पूर्व वेबिनार का शुभारंभ कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय कुमार चौधरी ने किया। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में मजदूरों के आगमन से राज्य की आर्थिक वृद्धि दर पर ब्रेक लग सकता है।
प्रवासियों का डाटा तैयार कर रहा श्रम विभाग
प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए श्रम संसाधन विभाग डाटा तैयार कर रहा है। सरकार के निर्देशानुसार देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे श्रमिकों से फोन कर विभाग के अधिकारी जानकारियां जुटा रहे हैं। श्रमिकों की सूची तैयार कर केंद्र सरकार को भेजी जाएगी। इससे पता चल सकेगा कि कौन मजदूर किस क्षेत्र में काम करते थे। उसी के आधार पर रोजगार सृजन की दिशा में सरकार कवायद शुरू कर सकती है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि निर्माण कार्य से जुड़े श्रमिकों का निबंधन कराया जाएगा।
प्रवासी मजदूरों का डाटा एकत्र करने के लिए टीम बनाई गई है। डाटा एकत्र कर उनकी सूची बनाकर केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। -कविता कुमारी, उप श्रमायुक्त, भागलपुर।