सृजन घोटाला : तत्कालीन जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार की पत्नी इंदू गुप्ता पर बड़ी कार्रवाई, जानिए Bhagalpur News
घोटाला उजागर होने के बाद जब सीबीआइ ने जांच शुरू की तो इस मामले में अरुण कुमार की भी सहभागिता पाई गई। अब उनकी पत्नी पर भी कार्रवाई की गई।
भागलपुर [जेएनएन]। सीबीआइ ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए सृजन घोटाले के आरोपित और भागलपुर के तत्कालीन जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार की पत्नी इंदू गुप्ता की संपत्ति कुर्क कर ली है। घोटाला उजागर होने के बाद जब सीबीआइ ने जांच शुरू की तो इस मामले में अरुण कुमार की भी सहभागिता पाई गई। जिसके बाद केंद्रीय एजेंसी ने उन्हें जेल भेज दिया। अरुण की पत्नी इंदू गुप्ता को भी सीबीआइ ने आरोपित बनाया है। सीबीआइ ने कई नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया परन्तु इंदू गुप्ता कभी नहीं गई।
जिसके बाद सीबीआइ ने उनके घर में इश्तेहार चस्पा किया था। आज सीबीआइ ने कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई करते हुए इंदू गुप्ता के बोरिंग रोड स्थित श्रीभगवान कुंज अपार्टमेंट स्थित फ्लैट, शास्त्री नगर की जमीन और बाकरगंज स्थित दुकान को कुर्क कर लिया। इस संपत्ति का बाजार मूल्य करोड़ों में बताया जा रहा है। सीबीआइ सूत्रों ने बताया कि सृजन घोटाले की राशि को इधर से उधर करने में इंदू गुप्ता के बैंक खातों का भी उपयोग किया गया था।
बता दें कि सृजन घोटाले में सीबीआइ ने तत्कालीन जिला कल्याण पदाधिकारी अरुण कुमार, उनकी पत्नी इंदु गुप्ता, पूर्व एडीएम राजीव रंजन सिंह, नजारत के पूर्व सहायक नाजिर अमरेंद्र यादव, भू-अर्जन के पूर्व नाजिर राकेश झा, जिला परिषद के पूर्व नाजिर राकेश यादव, पूर्व डीडीसी प्रभात सिन्हा के अलावा कई बैंक के अफसर व कर्मचारी के खिलाफ जांच शुरू की थी। इनमें से कई आरोपियों को सीबीआइ ने गिरफ्तार भी किया जो फिलहाल जेलों में बंद हैं।
सृजन घोटाला को लेकर जिला परिषद करेगा मनी सूट
जिला परिषद ने सृजन घोटाले में सूद का आकलन कर लिया है। इसमें बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) पर 4.5 लाख और इंडियन बैंक पर 2.5 लाख रुपये का सूद हुआ है। अब जिला परिषद बैंक से वसूली के लिए मनी सूट दायर करेगा। इसके बाद डूडा भी सूद का आकलन में जुट गया है। सूद का आकलन कर लेने के बाद मनी सूट दायर किया जाएगा। वहीं, डीआरडीए को सबौर प्रखंड ने राशि गबन मामले को लेकर रिपेार्ट दे दिया।