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Bhagalpur weather forecast : नहीं हुई बारिश, तापमान में कमी, नदियों का जलस्‍तर घटा

Bhagalpur Weather Forecast भागलपुर सहित आसपास के जिलों में 48 घंटे के लिए बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है। लोग बारिश के दौरान घरों से बाहर नहीं निकलें।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 03 Jul 2020 03:56 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jul 2020 03:56 PM (IST)
Bhagalpur weather forecast : नहीं हुई बारिश, तापमान में कमी, नदियों का जलस्‍तर घटा
Bhagalpur weather forecast : नहीं हुई बारिश, तापमान में कमी, नदियों का जलस्‍तर घटा

भागलपुर, जेएनएन। Bhagalpur weather forecast:  भागलपुर सहित आसपास के जिलों में शुक्रवार को मौसम साफ रहा। कहीं से बारिश की सूचना नहीं है। हालांकि मौसम में नमी है। तापमान कम है। इस कारण लोगों को गर्मी से राहत मिली। गुरुवार को इस क्षेत्र में रुक-रुक कर काफी बारिश हुई थी। बारिश से पहले गर्मी के कारण लोग परेशान थे। गुरुवार को वज्रपात से कई लोगों की मौतें भी हुई थी।

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बीएयू के मौसम वैज्ञानिक डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि तीन दिनों तक बारिश की संभावना है। भागलपुर सहित आसपास के जिलों में रुक-रुक कर बारिश होगी। खेती के लिए बारिश फायदेमंद है। फलों को नुकसान होगा। वज्रपात की भी संभावना है।

हालांकि मौसम विज्ञान केंद्र ने अलग-अलग हिस्सों में 48 घंटे तक मेघगर्जन के साथ बारिश और ठनका गिरने का अलर्ट जारी किया है। अगले 48 घंटे तक राज्य में ऐसी परिस्थितियां बन रही हैं, जिसके अनुसार कई जिले वज्रपात से प्रभावित होंगे।

खगड़िया में भारी बारिश के साथ ही वज्रपात की आशंका है। डीएम आलोक रजंन घोष ने बिना वजह बाहर नहीं जाने की अपील की है। उन्‍होंने कहा कि इंद्रवज्र ऐप्प को डाउनलोड करने सही जानकारी प्राप्‍त कर सकते हैं।

गुरुवार को वज्रपात से मधेपुरा में दो और कटिहार में चार लोगों की मौत हुई थी। खगडिय़ा में कोसी और बागमती खतरे के निशान से ऊपर हैं, लेकिन इनके जलस्तर में कमी आ रही है। 

मुंगेर में गंगा के जलस्तर 35.080 मीटर दर्ज किया गया। मुंगेर में गंगा हर तीन घंटे पर एक सेमी बढ़ रही है। खगडिय़ा में बूढ़ी गंडक और गंगा के जलस्तर में भी बढ़ा है। सुपौल में कोसी नदी का जलस्तर निचे है। नेपाल प्रभाग में आंशिक दबाव बना है। किशनगंज में कल भारी बारिश होने के बाद बूंदाबांदी होती रही। महानंदा, मेंची, कनकई, बूढ़ी कनकई, रेतुआ आदि नदियों का जलस्तर यहां घट रहा है। कटिहार में महानंदा नदी के जलस्तर में कमी दर्ज की गई है। यह खतरे के निशान से दो से आठ सेमी तक नीचे है। वज्रपात से कोढ़ा प्रखंड के विनोदपुर में एक पुरुष व दो महिलाओं के अलावा हसनगंज में एक महिला की मौत हुई है। पूर्णिया में भी नदियों का जलस्तर घटा है। महानंदा, परमान और कनकई खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं।

कटाव का प्रशासन ने लिया जायजा

सबौर के रजंदीपुर से नाव पर स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ की तैयारी और गंगा नदी से हो रहे लगातार कटाव का जायजा लिया। सीओ विक्रम भास्कर के नेतृत्व में एसएचओ अजय कुमार अजनवी दलबल के साथ सबौर क्षेत्र के पूर्वी छोर तक जायजा लिया गया। सीओ ने कहा कि कटाव की स्थिति गंभीर बनी हुई है। बाढ़ के पहले का मुआयना किया गया। रिपोर्ट आपदा प्रबंधन को भेजा जाएगा। मौके पर रजंदीपुर पंचायत के मुखिया शंकर मंडल सहित कई ग्रामीण थे। 


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