Bhagalpur Weather Forecast : झमाझम बारिश ने तोड़ा दस वर्षों का रिकार्ड, जलजमाव से जनजीवन अस्त-व्यस्त
Bhagalpur Weather Forecast गुरुवार की सुबह दिन की शुरुआत बारिश से हुई। भागलपुर सहित आसपास के जिलों में बारिश होने की सूचना है। मौसम में ठंडक है। सूबे के उत्तर पश्चिम और गंगा नदी से सटे जिलों में भारी वर्षा के आसार हैं। वज्रपात की संभावना है।
भागलपुर, जेएनएन। Bhagalpur Weather Forecast : सितंबर माह के अंत में अचानक मानसून के सक्रिय हो जाने से जोरदार बारिश के बाद शहरी इलाके में जगह-जगह जल जमाव की स्थिति पैदा हो गई है। वहीं नवगछिया अनुमंडल सहित सुल्तानगंज से पीरपैंती तक लोग बाढ़ और तेज बारिश के बीच नारकीय जीवन जीने को विवश हैं। उधर, पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले 72 घंटे के लिए राज्य के अधिकांश जिलों में भारी बारिश के साथ व्रजपात का अलर्ट जारी किया है। केंद्र के कार्यकारी प्रमुख आनंद शंकर के अनुसार, राज्य के उत्तर-पश्चिम और गंगा नदी से सटे जिलों में कहीं-कहीं अत्यधिक वर्षा होने का अनुमान है। उन्होंने लोगों को घरों में रहने की सलाह दी है।
इधर, शहर के भोलानाथ पुल, आनंद चिकित्सालय रोड, लोहिया पुल के नीचे, लोहा पट्टी, आरबीएसएस रोड भीखनपुर, तिलकामांझी सहित अन्य मार्ग जलजमाव होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जिला मुख्यालय से लेकर हाट-बाजारों तक की स्थिति एक समान हो गई है। मंगलवार की रात्रि से ही रुक-रुक कर तो कभी तेज बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बुधवार की दोपहर से तो लगातार जोरदार बारिश ने जीना मुहाल कर दिया है। शहर के भोलानाथ पुल और लोहिया पुल के नीचे लोहा पट्टी की ओर जाने वाली सड़क पर तो घुटने से अधिक पानी बह रहा है।
दो सौ एमएम से ज्यादा हुई बारिश
बिहार कृषि विश्वविद्यालय के ग्रामीण मौसम सेवा केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. वीरेंद्र कुमार ने बताया कि सितंबर माह में अच्छी बारिश होती रही है लेकिन इस बार पिछले 10 वर्षों का बारिश ने रिकार्ड तोड़ दिया है। अभी लगातार कई दिनों तक झमाझम बारिश के आसार हैं। बुधवार को 15.6 एमएम बारिश हुई। 9.4 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पूर्वी हवा चल रही है। अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
धान को फायदा, सब्जी फसलों को नुकसान
ऐसे में आम लोगों को परेशानी काफी बढ़ गई है। वैसे बीते दो दिनों से हो रही बारिश से धान की फसल को काफी फायदा हुआ है। लेकिन सब्जी की खेती को इस बारिश से नुकसान होने की संभावना है। क्योंकि सब्जी के खेतों में पानी के ठहराव से उसको नुकसान होगा।
बांका में रात से बारिश रुकी हुई है। लेकिन आसमान बादलों से भरा हुआ है। पिछले तीन दिनों की तेज बारिश से जिला पानी पानी हो गया है। चांदन, ओढ़नी, बदुआ, दरभाषन, चीर, सुखनिया सहित जिला की सभी बरसाती नदियों में उफान है। शहर में चांदन नदी में एक दिन पहले बना डायवर्जन रात को पूरी तरह पानी के तेज बहाव में बह गया है। शंभूगंज के गंगटी नदी डायवर्जन भी बह गया है। झारखंड इलाके में तेज बारिश से चांदन डैम 3 से 4 फीट तक लगातार स्पील कर रहा है। जिला में बारिश की संभावना बनी हुई है।