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    Bihar Election Result 2025: 'नाक' की लड़ाई में एक बार फिर NDA भारी... Exit Poll से आगे अब रिजल्ट की बारी

    By Alok ShahiEdited By: Alok Shahi
    Updated: Wed, 12 Nov 2025 05:55 AM (IST)

    Bhagalpur Election Result 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण में मंगलवार, 11 नवंबर को मतदान समाप्ति के बाद भागलपुर के पालीटेक्निक कालेज वज्रगृह में देर रात तक मतदान सामग्री और ईवीएम जमा कराने की प्रक्रिया सतत चलती रही। यहां भागलपुर जिले के सभी सात विधानसभा सीट यथा भागलपुर, कहलगांव, पीरपैंती, नाथनगर, सुल्तानगंज, गोपालपुर और बिहपुर विधानसभा के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं। यहां पर चुनाव कर्मियों की तैनाती की गई है। सभी कार्य सीसी कैमरे की निगरानी में हो रही है।  

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    Bhagalpur Election 2025 Result: भागलपुर जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों के ईवीएम देर रात तक जमा किए गए।

    इलेक्शन डेस्क, भागलपुर। Bhagalpur Election Result 2025 बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में मंगलवार को अंग प्रदेश की 16 सीटों पर मतदान हुआ। सुबह से मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतार दिखने लगी। खास बात यह थी कि अधिसंख्य मतदान केंद्रों पर महिला मतदाताओं की कतार पुरुषों की तुलना में अधिक लंबी थी।

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    महिलाओं की बंपर वोटिंग ने एनडीए की उम्मीदों को नई मजबूती दी है। इस क्षेत्र में 2020 के विधानसभा चुनाव में भी एनडीए ने मजबूत बढ़त बनाई थी। कुल 16 सीटों में से 13 एनडीए और तीन सीटें महागठबंधन के पाले में गई थीं। इस बार भी स्थिति वैसी ही दिख रही है। 
    भागलपुर में पांच सीटों पर एनडीए की बढ़त दिखी। बिहपुर और नाथनगर में कांटे की लड़ाई है। जमुई में इस बार महागठबंधन ने मजबूत लड़ाई लड़ी है। झाझा सीट पर राजद ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव को उतार दिया था। इससे राजद का आधार वोट पूरी तरह से एकजुट हो गया। वहीं, जयप्रकाश एनडीए के आधार वोट में भी सेंधमारी करने में सफल रहे, ऐसा कहा जा रहा।

    चकाई की लड़ाई भी कठिन है। जमुई और सिकंदरा में एनडीए को बढ़त मिलती दिखी। 2020 में बांका की पांच में चार सीट जीतने में एनडीए गठबंधन को सफलता मिली थी। इस बार भी वैसी ही स्थिति दिख रही है।

    धोरैया में राजद ने उम्मीदवार बदल दिया। इस कारण रविदास समुदाय के वोटरों में एकजुटता दिखी। रविदास समुदाय को एनडीए ने भी अपने पाले में करने की भरसक कोशिश की थी। अगर एनडीए इसमें सफल रहा तो परिणाम चौंकाने वाला आ सकता है। बेलहर विधानसभा सीट पर भी इस बार कड़ी लड़ाई है।

    देर रात तक जमा हुई EVM, स्ट्रांग रुम में आपाधापी

    बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण में मतदान समाप्ति के बाद भागलपुर के पालीटेक्निक कालेज वज्रगृह में देर रात तक मतदान सामग्री और ईवीएम जमा कराने की प्रक्रिया चलती रही। यहां सभी विधानसभा के लिए अलग-अलग काउंटर बनाए गए हैं। यहां पर चुनाव कर्मियों की तैनाती की गई है। सभी कार्य सीसी कैमरे की निगरानी में हो रही है।

    डीएम और एसएसपी समेत तमाम प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी वहां मौजूद होकर विधि-व्यवस्था बनाए रखने में जुटे हुए हैं। मतदान सामग्री और ईवीएम लेकर वाहनों को सुचारू रूप से वज्रगृह तक पहुंचने के लिए सभी मार्ग को जाम से मुक्त रखा गया है और पर्याप्त संख्या में मजिस्ट्रेट और पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। लगातार चुनाव कर्मियों को जानकारी दी जा रही है कि उन्हें कहां पर ईवीएम को जमा करना है। सभी ईवीएम जमा होने के बाद वज्रगृह को सील कर दिया जाएगा।

    सात विधानसभा क्षेत्र के ईवीएम व चुनाव सामग्री पालिटेक्निक कालेज बज्रगृह तक पहुंचने से पूर्व आम लोगों व मतदान कर्मियों को जाम का सामना करना पड़ा। जाम की स्थिति शाम सात बजे से शुरू हुई व देर रात तक यह स्थिति बनी रही। वाहनों का परिचालन रुकने का नाम नहीं ले रहा था। चारों और से बरारी रोड ब्लाक हो गया था। 

    चुनाव कर्मियों के साथ पारा मिलिट्री जवान व बिहार पुलिस  द्वारा एक ओर जाम हटाया जा रहा था तो दूसरी ओर वाहन आगे निकलने के लिए अन्य वाहनों से आगे निकलकर जाम की स्थिति उत्पन्न कर रहा था। यह सिलसिला देर रात तक चलता रहा। रोड में फंसे वाहन से उतरकर मतदान कर्मी ईवीएम मशीन एवं चुनाव सामग्री हाथों में लेकर पैदल ही जाते हुए नजर आ रहे थे। पालिटेक्निक कालेज में बुधवार सुबह छह बजे से पहले ईवीएम एवं चुनाव सामग्री जमा होने की संभावना कम नजर आ रही थी। 

    इधर, सुबह पांच बजे से मतदान की प्रक्रिया में जुटे चुनाव कर्मियों के चेहरे पर परेशानी दिख रही थी। गुलाबी ठंड में रात बिताने की चिंता सता रही थी। किसी को खाने की चिंता थी। कोई बिस्कुट खासकर तो कोई लिट्टी चोखा खाकर समय बिता रहे थे। आपस में बात भी कर रहे थे कि  जल्दी से ईवीएम जमा हो और वे घर भागे।

    किसी मतदान कर्मी को यह चिंता भी सता रही थी रात में यदि ईवीएम जमा ले लेता है तो वह समय कहां बिताएंगे। उन्हें सुबह तक इंतजार करना पड़ेगा। सुबह होते ही बस या ट्रेन पकड़कर घर चले जाएंगे। एक कर्मी तो कहते हैं कि उन्होंने अपनी साली को फोन कर दिया है। ईवीएम जमा होते ही वह अपनी साली के घर चला जाएगा। आराम फरमाने के बाद घर के लिए निकल जाएंगे।