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Truck strike : ट्रक ऑनर एसोसिएशन के कई पदाधिकारी हिरासत में, सड़क किनारे खड़े ट्रकों को हटवाया

ट्रक ऑनर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष और महामंत्री हिरासत में पुलिस ने सड़क किनारे खड़े ट्रकों को हटवाया। भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ पहुंचे थे एसडीओ एसडीपीओ और एएसपी। भागलपुर से कुर्सेला तक खड़े थे दस हजार से ज्यादा ट्रक।

By Dilip Kumar shuklaEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 10:13 AM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 10:13 AM (IST)
Truck strike : ट्रक ऑनर एसोसिएशन के कई पदाधिकारी हिरासत में, सड़क किनारे खड़े ट्रकों को हटवाया
13 जिलों के ट्रक मालिक आंदोलन में थे शामिल, जीरोमाइल पर दे रहे थे धरना

जागरण संवाददाता, भागलपुर। ट्रक मालिकों का चक्का जाम आंदोलन मंगलवार को पुलिस प्रशासन की सख्ती बाद समाप्त हो गया। पिछले पांच दिनों से ट्रकों को सड़क किनारे खड़ा कर 13 जिलों के ट्रक मालिक नवगछिया जीरोमाइल चौक पर एकजुट होकर धरना पर बैठे थे। भागलपुर जिले की पीरपैंती सीमा से लेकर नवगछिया से सटे कुर्सेला, मधेपुरा से सटे कदवा, खगडिय़ा से सटे नारायणपुर तक एनएच-80 और एनएच-31 पर ट्रकों की लंबी कतार लगी थी। दस हजार से ज्यादा ट्रक खड़े थे। 150 से ज्यादा किमी तक सड़कें वनवे हो गई थी। हर दिन भीषण जाम लग रहा था। आम लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। आंदोलन खत्म करने के लिए सोमवार को प्रशासनिक अधिकारी व ट्रक मालिकों के बीच समझौता नहीं हो पाया था। ट्रक मालिकों ने दो टूक कह दिया था कि जब तक मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा, जिसके बाद मंगलवार को पुलिस ने सख्ती का रास्ता अपनाया।

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सड़क पर लेटकर विरोध जताने लगे कई ट्रक मालिक

मंगलवार को नवगछिया एसडीओ अखिलेश कुमार, एसडीपीओ दिलीप कुमार, भागलपुर एएसपी पूरण झा भारी संख्या में पुलिस बल के साथ तेतरी जीरोमाइल पहुंचे। ट्रक ऑनर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष और महामंत्री से ट्रकों को सड़क किनारे से हटाने को कहा। लेकिन, सहमती नहीं बनी। तब भागलपुर से अर्धसैनिक बलों को बुलाया गया, जिसके बाद ट्रकों को सड़क किनारे से जबरन हटाया जाने लगा। विरोध करने पर जिलाध्यक्ष और महामंत्री को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस दौरान राजपा नेता संजीव कुमार उर्फ झाबो सहित कई ट्रक मालिक सड़क पर लेटकर विरोध करने लगे। अधिकारियों ने राज्य सरकार तक उनकी बात पहुंचाने का आश्वासन देकर मामला शांत किया। चक्का जाम आंदोलन के खगडिय़ा, बेगूसराय, भागलपुर, सहरसा, मधेपुरा, कटिहार, पूॢणया, अररिया, बांका, लखीसराय, जमुई, किशनगंज सहित 13 जिलों के ट्रक मालिक शामिल हुए थे। ट्रक मालिकों ने कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो अबकी विक्रमशिला सेतु को जाम किया जाएगा। जाह्नवी चौक पर ट्रक मालिक सपरिवार धरना पर बैठेंगे।

नए परिवहन अध्यादेश को गैर जिम्मेदाराना बताया

ट्रक मालिकों ने राज्य सरकार के नए परिवहन अध्यादेश को गैर जिम्मेदाराना बताया। एसोसिएशन के प्रवक्ता बबलू मंडल ने कहा कि मोटर अधिनियम से हटकर सरकार ने 14 चक्का व इससे ऊपर के ट्रकों पर बालू व गिट्टी की ढुलाई को बंद कर दिया है। नए नियम से ट्रकों के बकाए किस्त नहीं दे पा रहे हैं। ट्रक मालिकों के समक्ष जीवन-मरण की स्थिति आ गई है। ट्रक मालिक कंगाल होकर रोड पर आ जाएंगे। सरकार को इस कानून में संशोधन करने की जरूरत है।


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