लगातार बढ़ रहे सर्दी-खांसी और बुखार के मरीज, रोज बिक रहे डेढ़ लाख की दवा, कैसे करें बचाव... बता रहे चिकित्सक
ठंड बढऩे से मरीजों की संख्या में भी गत दो सप्ताह से वृद्धि हुई है। इनमें बच्चे सहित वयस्क भी शामिल हैं। सर्दी होने पर इलाज नहीं करवाने पर निमोनिया होने की आशंका रहती है। ठंड से जिन्हें एलर्जी है उन्हें सतर्क रहने की आवश्यकता है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। बढ़ती ठंड से सर्दी-खांसी और बुखार से ग्रस्त मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। साथ ही कफ सीरप, एंटीबायोटिक दवाओं की बिक्री में भी 20 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। पहले जिले में प्रतिदिन डेढ़ लाख रुपये की दवा की बिक्री होती थी, लेकिन अब दो लाख रुपये की दवा की बिक्री हो रही है। वहीं, शहरी क्षेत्र में प्रतिदिन तकरीबन 80 हजार रुपये की दवा बेची जा रही है।
फिजीशियन डॉ. संदीप लाल ने कहा कि ठंड बढऩे से मरीजों की संख्या में भी गत दो सप्ताह से वृद्धि हुई है। इनमें बच्चे सहित वयस्क भी शामिल हैं। सर्दी होने पर इलाज नहीं करवाने पर निमोनिया होने की आशंका रहती है। ठंड से जिन्हें एलर्जी है उन्हें सतर्क रहने की आवश्यकता है। हल्का गर्म पानी पीने से कफ की शिकायत भी दूर होगी। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजीव कुमार ने कहा कि बच्चों को सर्दी-बुखार होने पर शीघ्र इलाज करवाना चाहिए।
जिला केमिस्ट एंड ड्रग एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम कोठरीवाल ने कहा कि पिछले 10 दिनों से सर्दी-खांसी और बुखार की दवा की बिक्री बढ़ी है। प्रतिदिन जिले में तकरीबन दो लाख रुपये दवा की बिक्री हो रही है।
कोहरे एवं ठंड के कहर से जनजीवन अस्त-व्यस्त
अररिया। एक बार फिर ठंड ने फारबिसगंज सहित आसपास इलाकों लोगो का जीना मुहाल कर दिया। रविवार को दिनभर लोग ठंड से परेशान रहे। वहीं रविवार को सुबह से ही कोहरा ने डेरा डाले रखा जिससे एक बार भी लोगो को धूप का दीदार नही हो सका। जिससे दिनभर तापमान कम ही रहा वही शाम के तापमान में भी गिरावट देखी गई। साथ ही पछुआ हवा के चलते दिनभर सिहरन बरकरार रही। शाम ढलते ही ठंड ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया। लोग अपने अपने घरों में दुबके पड़े रहे। वहीं मौसम विभाग द्वारा सूबे के 31 जिलों में येलो अलर्ट भी जारी किया गया है जिसमे स्थानीय जिला भी शामिल है।जानकारों के मुताबिक तीन चार दिनों तक मौसम में कोई परिवर्तन नहीं होने के आसार लग रहे है। पछुआ हवा के कारण ठंड बढऩे की आशंका और तेज होती जा रही है।शनिवार की देर रात न्यूनतम तापमान 10 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं कोहरे के कारण विजिबिलिटी भी काफी कम हो गई है जिससे वाहन चालक को काफी परेशानी का सामना करना पर रहा है। वही ग्रामीण क्षेत्र में ठंड के कारण मवेशी पालक को भी काफी कठिनाई का सामना करना पर रहा है।