BAU: जारी किया एकेडमिक कैलेंडर, डिजिटल तकनीक से परीक्षा का रिजल्ट
बीएयू ने नए सेमेस्टर के छात्रों के लिए एकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया है। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विकसित सॉफ्टवेयर के माध्यम से परीक्षा के साथ-साथ रिजल्ट प्रकाशन के कार्यों को पांच चरणों में पूरा किया गया। इससे लाभ होगा।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। बीएयू ने नए सेमेस्टर के छात्रों के लिए एकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया है। इसके तहत सत्र को नियमित करने और निर्धारित समय में कक्षा पूरा करने सहित परीक्षा का मूल्यांकन और परीक्षा फल का प्रकाशन ससमय हो इसके लिए एग्जाम सिस्टम डिजिटल कर दिया गया है। प्रयोग के तौर पर विश्वविद्यालय ने पहली बार इस सिस्टम पर काम कर अपने अधीनस्थ सभी आधा दर्जन कॉलेजों का रिजल्ट एक सप्ताह के अंदर प्रकाशित करने जा रहा है।
कोडिंग सिस्टम से हो रही थी जांच
बताया गया कि विश्वविद्यालय पहली बार सात दिनों में छह कॉलेजों के बीएससी एग्रीकल्चरल का रिजल्ट प्रकाशित करेगा। 25 फरवरी से 13 मार्च तक चली परीक्षा का रिजल्ट 20 मार्च तक जारी करने का दावा किया गया है।
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर विकसित सॉफ्टवेयर के माध्यम से परीक्षा के साथ-साथ रिजल्ट प्रकाशन के कार्यों को पांच चरणों में पूरा किया गया। परीक्षा, कोडिंग, मूल्यांकन, डीकोड, नंबर इंट्री का काम एक साथ चल रहा था। इसी वजह से जल्दी रिजल्ट प्रकाशन का काम चल रहा है। विश्वविद्यालय कोरोना काल से सबक लेते हुए बीएससी एग्रीकल्चर के तीसरे और पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा 13 मार्च तक ले ली।इस बार सभी छह कॉलेजों की कॉपियों की जांच की व्यवस्था सेंट्रलाइज थी। परीक्षा के बाद कॉपी में बारकोड डाला गया। बारकोड द्वारा ही शिक्षकों के बीच कॉपी बांटी गयी। ताकि मूल्यांकन में पारदर्शिता बनी रहे ।कॉपी जांच के बाद उसी बारकोड की मदद से अंकपत्र कंप्यूटर पर फीड किया गया। इस वजह से रिजल्ट प्रकाशन में काफी तेजी आयी है।
नालंदा कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चरल, नूरसराय का रिजल्ट पूरा कर लिया गया है। जबकि बिहार एग्रीकल्चर कॉलेज सबौर , मंडन भारती एग्रीकल्चरल कॉलेज, सहरसा, भोला पासवान शास्त्री एग्रीकल्चरल कॉलेज, पूर्णिया, वीर कुंवर सिंह कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चरल, डुमरांव व डॉ. कलाम एग्रीकल्चरल कॉलेज, किशनगंज के रिजल्ट प्रकाशन की तैयारी अंतिम चरण में है।
किसी कंपटीशन में जिस प्रकार परीक्षा की हाईटेक व्यवस्था होती है ।उसी प्रकार एग्जाम सिस्टम को बनाया गया है। समय पर परीक्षा फल का प्रकाशन होगा जिससे नामांकन और पढ़ाई भी समया अनुसार चलेगा। पहली बार प्रयास किया गया जो सफल रहा। - डॉ.आरके सोहाने , कुलपति बीएयू सबौर