भागलपुर नगर निगम: मेयर के खिलाफ पार्षद पेश करेंगे अविश्वास प्रस्ताव, 17 पार्षदों ने किए हस्ताक्षर
भागलपुर नगर निगम प्रस्ताव लाने के लिए 17 पार्षदों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन तैयार। नगर आयुक्त प्रमंडलीय आयुक्त व डीएम को सौंपेगे प्रस्ताव। पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि जहां तक बहुमत का सवाल है उसमें संख्या बल की कमी नहीं होगी।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। नगर निगम में मेयर सीमा साहा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने को लेकर एक दिसंबर को पार्षद प्रस्ताव सौंपेंगे। प्रस्ताव लाने के लिए 17 पार्षदों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन तैयार हैं, जिसे नगर आयुक्त, प्रमंडलीय आयुक्त व डीएम को सौंपा जाएगा।
पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि तैयारी लगभग पूरी है, जहां तक बहुमत का सवाल है उसमें संख्या बल की कमी नहीं होगी। कुछ पार्षद हस्ताक्षर नहीं कर गोपनीय मतदान की तैयारी में है। इसकी सहमति भी मिल गई है। उन्होंने बताया कि साढ़े चार वर्ष का कार्यकाल पूरा होने को है, लेकिन पार्षदों के बैठने के लिए भवन नहीं मिला। भवन तो तैयार पर है पर उसे खोला नहीं जा रहा। भवन का ताला तोडऩे जब पार्षद निगम पहुंचे तो नगर आयुक्त ने तीन दिनों में समस्या के निदान का आश्वासन दिया था। मंगलवार को तीन दिन पूरा हो जाएगा।
मेयर सीमा साहा अपने कार्यकाल में एक भी बड़ी योजना विभाग से लाने में असफल रही हैं। नगर निगम के आंतरिक संसाधन से निविदा हुई है, जो शहर की जनता की राशि है। जितनी योजनाओं की पुनर्निविदा की गई है वो पूर्व मेयर दीपक भुवानियां के कार्यकाल की है।
कंबल खरीदारी से पूर्व गुणवत्ता की तकनीकी समिति से मांगी रिपोर्ट
शहरी क्षेत्र के असहाय लोगों के बीच कंबल वितरण को लेकर नगर निगम ने खरीदारी प्रक्रिया शुरू कर दी है। जेम पोर्टल के माध्यम से कंबल की खरीदारी करने से पहले तकनीकी विशेषता को लेकर विचार-विमर्श होगा। इसके लिए निगम तकनीकी समिति से प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। जेम पोर्टल से क्रय के पूर्व कंबल के तकनीकी विशिष्टयों का निर्धारण करना है। इसके लिए बुडको के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता कुमार पुष्पेश, भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के मैनेजर टैक्नीकल, पंकज कुमार, कनीय अभियंता कृष्ण प्रसाद को रिपोर्ट तैयार करना है। तकनीकी मानकों से संबंधित प्रतिवेदन तीन दिनों के अंदर उपलब्ध कराने का नगर आयुक्त प्रफुल्ल चंद्र यादव ने निर्देश दिया है, ताकि जेम पोर्टल पर शीघ्र निविदा निकाली जा सके।