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भागलपुर महोत्‍सव : ढलती शाम को शबनम ने चूमा तो गजलों संग जवां होने लगी रात Bhagalpur News

भागलपुर महोत्‍सव में तीसरे और चौथे दिन कई कलाकारों ने बेहतरीन कार्यक्रम किए। पार्श्‍व गायिका सिरसा रक्षित सहित कई ने कार्यक्रम में समां बांध दिया।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Sun, 15 Dec 2019 01:48 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 01:48 PM (IST)
भागलपुर महोत्‍सव : ढलती शाम को शबनम ने चूमा तो गजलों संग जवां होने लगी रात Bhagalpur News
भागलपुर महोत्‍सव : ढलती शाम को शबनम ने चूमा तो गजलों संग जवां होने लगी रात Bhagalpur News

भागलपुर, जेएनएन। दिन में हल्की बूंदा-बांदी के बाद पहली ठंड के अहसास के बीच शबनम की बूदें जब ढलती शाम के अधरों को चूम रही थीं तो रात भी यहीं कहीं गजलों संग जवां होने लगी। 14 वें भागलपुर महोत्सव का चौथा दिन, जब नागरिक विकास समिति के तत्वावधान में यह रात शायरी और गजलों से सजी। हर गजल के साथ तालियों की बढ़ती गर्मी और आनंद में डूबे लोग। जमशेदपुर से आए डॉ. सनातन दीप ने अपने सुरों से टाउन हॉल में गजलों की महफिल सजाई। इन गजलों में गुलाम अली भी उतरे, जगजीत सिंह भी।

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कल चौदहवीं की रात थी, शब भर रहा चर्चा तेरा, कुछ ने कहा ये चांद है कुछ ने कहा चेहरा तेरा...गुलाम अली की इस गजल को सनातन ने सुर दिया तो तालियों से झूम उठी महफिल में आशिकी भी उतर आई हो। हम तेरे शहर में आए हैं मुसाफिर की तरह...या फिर चुपके चुपके रात दिन आंसू बहाना याद हो...। एक से बढ़कर एक नगमे गाए-गुनगुनाए जा रहे थे। दर्शकों की फरमाइश पर जगजीत सिंह की गजल पेश की गई, कौन कहता है मोहब्बत की जुबां होती है... कब ख्याल आपका नहीं आता... दर्शक कुर्सियां छोड़कर खड़े हो गए।

इस कड़ी में सूफी गायन भी हुआ। छाप तिलक सब छिनी...पर जमकर तालियां बजी तो दमा दम मस्त कलंदर पर भी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए समिति के सलाहकार रमण कर्ण ने कहा कि शहरवासियों के प्यार की वजह से इस महोत्सव की चर्चा आज हर ओर है। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष जियाउर रहमान, सचिव सत्यनारायण प्रसाद, राकेश रंजन केसरी, आनंद श्रीवास्तव, आलोक सिंह, राजीवकांत मिश्रा, गोविंद अग्रवाल, सत्यनारायण साह, अभयकांत झा आदि मौजूद थे।

सुबह के सत्र में पेंटिंग प्रतियोगिता : इससे पहले सुबह के सत्र में ग्रुप ए, गु्रप बी और ग्रुप सी के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। बच्चों ने पेंटिंग के माध्यम से स्वच्छता, जल बचत से लेकर पर्यावरण बचाने का संदेश दिया।

मॉडलों ने किया रैंप पर कैटवॉक : शाम के सत्र में पुरुष और महिला पुरुष मॉडलिंग प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने रैंप पर कैटवॉक किया। इस प्रतियोगिता में दोनों ग्रुप से तीन-तीन प्रतिभागियों का चयन किया जाएगा। रविवार को इसका परिणाम घोषित होगा।

शास्त्रीय नृत्य को सभी ने सराहा : शास्त्रीय नृत्य प्रतियोगिता में बच्चों ने देशभक्ति गीतों पर ग्रुप डांस पेश किया। सीनियर और जूनियर कलाकारों की दर्शकों ने खूब हौसलाआफजाई की।

शास्त्रीय नृत्य के विजयी : 1.समृद्धि चटर्जी, 2.सुष्मिता स्वाति, 3. दीक्षा

ग्रुप डांस प्रतियोगिता (सीनियर) : 1. डांसिंग रॉकर ग्रुप, 2. रेडियक्स डांस ग्रुप, 3. एचडी टॉपर, 4. वरिह्म डांस गु्रप

पेंटिंग प्रतियोगिता : 1. प्रिया साह, 2. मौसम कुमारी, 3. केशव बुधिया, 4. स्वास्तिन, 5. रवीन्द्र रजत नीरज

सिरसा की दमादम मस्त कलंदर ने शहरवासियों को किया मदमस्त

भागलपुर महोत्सव-2019 के तीसरे दिनशहरवासियों ने खूब मस्ती की। टाउन हॉल दर्शकों से भरा था। लोगे शाम सात बजे से ही प्रसिद्ध पाश्र्व गायिका सिरसा रक्षित की आवाज सुनने को बेताब थे। सिरसा ने जैसे ही ओ लाल मेरी...दमा दम कलंदर गाया, उनकी आवाज और अंदाज ने हॉल में बैठे लोगों को झूमा दिया। मुंबई से पहुंची सिरसा ने अपनी मदमस्त आवाज से रिमझिम फुहारों को बीच शाम को रंगीन बना दिया। सिरसा ने रात सवा आठ बजे जैसे ही माइक थामी तो हॉल में बैठे लोग भी उसके साथ हो लिए। सिरसा ने श्रीदेवी की कमी एहसास कराया।

मिस्टर इंडिया की गीत मैं ख्वाबों की शहजादी... गाकर संगीत संध्या की शुरुआत की। इसके बाद शुरू हुआ हिंदी, रिमिक्स और पंजाबी गानों का तड़का। आपकी नजरों ने समझा प्यार के काबिल मुझे..., चुरा लिया है तूमने जो दिल को..., धीरे धीरे से मेरे जिंदगी में आना..., ओ मेरे दिल के चैन, चैन आए मेरे दिल को दुआ कीजिए.., गुलाबी आंखें जो तुमने देखे, शराबी ये दिल हो गया..., मेरी जोहरजबी तुझे मालूम नहीं...आदि गानों की प्रस्तुति दी। असर कुछ ऐसा था कि लोग कुर्सियों से खड़े होकर झूमने लगे। ओ लाल मेरी...गाई तो बच्चे, युवतियां और महिलाएं झूमने लगीं। तालियों की गडग़ड़ाहट से पूरा हॉल गूंज उठा। तेरे रश्के के कमर...गीत सुनकर युवतियां अपने आपको नहीं रोक पाईं।

अभी वे संभली भी नहीं थी कि सिरसा ने चुड़ी जो खनके हाथों में, याद पिया की आने लगी गाई और पूरा हॉल झूम उठा। दर्शकों की मांग पर सिरसा ने हिंदी और पंजाबी गाने भी गाए। अभी लोग कुर्सी पर जमे भी नहीं थे कि मस्ती भरी रात है, कुडिय़ों का भी साथ है...गीत ने सब को सराबोर कर दिया।

शाम होते ही बढऩे लगे थे कदम

शाम ढलते ही शहर के लोगों के कदम अपने आप महोत्सव की ओर बढ़ चले थे। जैसे-जैसे शाम ढली और स्टेज पर महिला सिंगर की एक के बाद एक गीत पर जमकर डांस किया। पाश्र्वव गायिका की गीत ने हॉल में पहुंचे श्रोताओं में जोश भर दिया। लोगों के पैर नहीं थम रहे थे। गायिका गाते-गाते थक गई, पर शहरवासी नाचते-नाचते नहीं थके। सिरसा ने भक्ति गीत गाकर अपना कार्यक्रम को समाप्त किया।

ऋचा राज बनी बेस्ट दुल्हन

महोत्सव के तीसरे दिन दूसरे सत्र में दुल्हन शृंगार प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में कई दौड़ से गुजरने के बाद फाइनल राउंड के लिए अंतिम तीन में ऋचा राज, चांदनी कुमारी और मनीषा आनंद का चयन हुआ। इन तीनों के बीच राउंड वॉक किया गया। तीनों बिहारी दुल्हन बनीं हुई थीं। अंत में ऋचा झा को बेस्ट दुल्हन का अवार्ड दिया गया। चांदनी कुमारी दूसरे और मनीषा आनंद तीसरे स्थान पर रहीं। वहीं, काउंसलेशन अवार्ड संगीता कुमारी और उज्जवला सोरेन को मिला।

प्रलय नाटक से जल की बर्बादी रोकने का संदेश

महोत्सव के चौथे सत्र में लघु नाटक 'प्रलय' का मंचन किया गया। श्रीकृष्ण क्लब बरारी की ओर से आयोजित इस नाटक में जलदोहन को रोकने का संदेश दिया गया। जल को लेकर जिस तरह देश में त्राहिमाम मचा है, उसे बचाने के लिए लोगों को जागरूक किया गया।

बच्चों ने नृत्य कर ने बांधा समां

पहले सत्र में एकल और व ग्रुप डांस प्रतियोगिता हुई। विभिन्न स्कूलों व डांस ग्रुप के कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी। फिल्मी, फोक, देशभक्ति व भक्ति गीतों पर नृत्य कर बाल कलाकारों ने समां बांध दिया। पाश्चात्य व भारतीय नृत्य शैली के मेलजोल से पेश किए गए कार्यक्रमों को देखकर दर्शकों ने खूब तालियां बजाई। दर्शकों से मिले प्रोत्साहन से बाल कलाकारों का हौसला बुलंद रहा। कलाकारों ने मोहे रंग दो लाल..., निंबोड़ा निंबोड़ा... तेरा करुं दिन गिन गिन के इंतजार..., सारा जमाना हसीनों का दीवाना..., इक तेरा नाम है सांचा..., मेरी मां... जैसे गीतों पर प्रस्तुति दी। रंग-बिरंगे पोशाक व रूप सज्जा में प्रस्तुति दे रहे बच्चे आत्मविश्वास से लबरेज दिखे।

बीएयू के संग्रहालय संजोएगा भागलपुर की धरोहर

शाम के सत्र का शुभारंभ करते हुए बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) सबौर के कुलपति डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा कि विवि में बन रहे चार करोड़ के संग्रहालय में कृषि के अलावा भागलपुर की ऐतिहासिक धरोहरों को भी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि भागलपुर महोत्सव की पहचान देश स्तर पर है। इसे हर साल इसी तरह बनाए रखने की जरूरत है। सिटी एसपी सुशांत कुमार सरोज ने बाल कलाकारों का हौसला बढ़ाया। उन्होंने दर्शकों को संकल्प दिलाया कि उनकी बेटियां अगर प्रणाम करें तो आप भी हाथ जोड़कर प्रणाम करें। बेटियां लक्ष्मी का रूप हैं। आयोजन समिति के प्रधान सलाहकार रमण कर्ण ने कहा कि शहरवासियों की प्यार की वजह से इस महोत्सव का चर्चा आज देश स्तर पर हो रही है। नागरिक विकास समिति की कोशिश रहती है कि यहां के कलाकार देश स्तर पर अपनी पहचान बनाएं। अध्यक्ष जियाउर रहमान, सचिव सत्यनारायण प्रसाद, राजीव कांत मिश्रा, राकेश रंजन केसरी, आनंद श्रीवास्तव, सत्यनारायण साह, विजया मोहनी, अभयकांत झा सहित समिति के सभी पदाधिकारी और सदस्य थे।

स्कूल स्तरीय ग्रुप डांस जूनियर के विजेता : प्रथम - संत जोसेफ स्कूल, द्वितीय - होली फैमिली स्कूल, तृतीय - डीएवी स्कूल, काउंसलेशन- दीक्षा इंटरनेशनल

स्कूल स्तरीय ग्रुप डांस सीनियर के विजेता : प्रथम - होली फैमिली स्कूल, द्वितीय - टिनी टॉरस डिनी स्कूल, तृतीय - डीएवी स्कूल, काउंलेशन- हैप्पी वैली स्कूल

एकल नृत्य ग्रुप के विजेता : प्रथम -नादिश राज, द्वितीय - आदि श्री, तृतीय - संस्कृति, काउंसलेशन-अनिश मुखर्जी, आद्विया कर्ण, अध्यक्षीय- पलक प्रियदर्शी


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