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भागलपुर को मिला 254 करोड़ का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, केन्द्रीय मंत्री ने किया शिलान्यास

शहर के 40 छोटे-बड़े नालों का पानी गंगा में सीधे प्रवाहित किया जाता है। गंगा में गिरने वाले नाले के मुहाने को मोड़ा जाएगा। सभी नालों को एक चैनल से जोडऩे की योजना है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Fri, 01 Mar 2019 07:04 PM (IST)Updated: Fri, 01 Mar 2019 08:05 PM (IST)
भागलपुर को मिला 254 करोड़ का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, केन्द्रीय मंत्री ने किया शिलान्यास
भागलपुर को मिला 254 करोड़ का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, केन्द्रीय मंत्री ने किया शिलान्यास

भागलपुर [जेएनएन]। साहेबगंज में नमामि गंगे योजना के तहत 254.13 करोड़ की लागत से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनेगा। छपरा से केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने इसका रिमोट से शिलान्यास किया। भागलपुर में बुडको के कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार ने आधारशिला रखकर शिलान्यास किया। 45 एमएलडी क्षमता वाले ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण को लेकर तीन कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। निविदा का मूल्यांकन कर सरकार को अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। 36 माह में संवेदक को प्लांट का कार्य पूरा करना है।

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चैनल से जुड़ेंगे 40 नाले

शहर के 40 छोटे-बड़े नालों का पानी गंगा में सीधे प्रवाहित किया जाता है। गंगा में गिरने वाले नाले के मुहाने को मोड़ा जाएगा। सभी नालों को एक चैनल से जोडऩे की योजना है। बरारी से नाथनगर के बीच चैनल को साहेबगंज सीवरेज ट्रीटमेंट से जोड़ा जाएगा। पूरे शहर के नालों का पानी अंडरग्राउंड आरसीसी पाइप के माध्यम से 10 पंपिंग स्टेशन तक पहुंचेगा। कोयला घाट, महाराज घाट, सीएमएस स्कूल और नया बाजार के पंपिंग स्टेशन को तोड़कर बनाया जाएगा। इन पंपिंग हाउस को 21 बड़े मास्टर नाले का निर्माण कराया जाएगा। इसमें शहर के सभी छोटे-बड़े नालों को जोड़कर सीवरेज प्लांट तक पहुंचाने की व्यवस्था होगी।

ट्रीटमेंट के पानी से होगी सिंचाई

शहर में ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण होने के बाद गंगा में स्वच्छ पानी प्रवाहित की जाएगा। सबसे अधिक फायदा किसानों को मिलेगा। हजारों एकड़ खेतों में पानी पहुंचाने की योजना तैयार की जा रही है। शहर के आसपास के किसान वर्षा जल पर निर्भरता समाप्त हो जाएगी। मुख्य सचिव व प्रधान सचिव ने लघु सिचाईं विभाग को ट्रीटमेंट के पानी को खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए डीपीआर तैयार का निर्देश दिया है।

ट्रीटमेंट प्लांट ने तोड़ा दम

साहेबगंज में केंद्र सरकार के सहयोग से 11 एमएलडी क्षमता वाले सीवरेज प्लांट की स्थापना 1991 में की गई थी। 2001 के बाद प्लांट धीरे-धीरे ध्वस्त होने लगा। पांच स्थानों पर पंपिंग हाउस वर्ष 2005 में बंद हो गए। इस प्लांट में 17 वार्डो के नाली के पानी पहुंचाया जाता था। प्लांट में शोधन कार्य ठप होने की वजह से गंगा में बड़े नालों का पानी सीधे गिरने लगा।


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