भागलपुर-दुमका-बांका रेल सेक्शन को तोहफा, विद्युतीकरण का रास्ता साफ, जानिए... और क्या है खास Bhagalpur News
पिछले बजट में ही इस सेक्शन पर विद्युतीकरण कार्य के सर्वे के लिए रेलवे की ओर से 50 लाख की राशि आवंटित की गई थी। इस प्रोजेक्ट का पूरा होने में 302 करोड़ खर्च आएगा।
भागलपुर [जेएनएन]। आम बजट में भागलपुर को नई ट्रेन की सौगात तो नहीं मिली। पर, यहां चल रहे रेल परियोजनाओं के लिए फंडिंग की व्यवस्था की गई है। भागलपुर-बांका-दुमका रेल सेक्शन पर विद्युतीकरण का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि पिछले बजट में ही इस सेक्शन पर विद्युतीकरण कार्य के सर्वे के लिए रेलवे की ओर से 50 लाख की राशि आवंटित की गई थी। इस प्रोजेक्ट का पूरा होने में 302 करोड़ खर्च आएगा। ऐसे में शुक्रवार को वित्त मंत्री ने देश भर में चल रहे रेल परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये निवेश को बजट में शामिल किया गया है। इसके बाद विद्युतीकरण कार्य में तेजी आएगी।
दो घंटे में तय होगी 74 किमी की दूरी
भागलपुर से दुमका की दूरी 74 किमी है। सिंगल लाइन वाले इस खंड में अभी सफर करने में पैसेंजर ट्रेन को चार से साढ़े घंटे और एक्सप्रेस को तीन से साढ़े तीन घंटे लगते हैं। विद्युतीकरण के बाद यह दूरी दो घंटे में तय होगी। वहीं, भागलपुर से बांका की दूरी 53 किमी है। वर्तमान में ट्रेनों की स्पीड 40 से 50 किमी प्रति घंटे है। विद्युतीकरण और जर्जर पटरियों को बदलने के बाद रफ्तार काफी बढ़ जाएगी।
पांच लाख की आबादी को सहूलियत
विद्युतीकरण होने के बाद ट्रेनों की संख्या भी बढ़ेगी। इस कारण कोइलीखुटाहा, गोनूबाबा धाम, जगदीशपुर, टेकानी, संझा, बेला, धौनी, पीपराडीह, फुनसिया, बाराहाट, पंजवारा, मंदारहिल, पांडेय टोला, हंसडीह और बाराहाट से बांका के बीच तेलिया, मुढ़हारा स्टेशन के करीब पांच लोगों को सहूलियत होगी।
हंसडीहा बन जाएगा जंक्शन
हंसडीहा को जंक्शन का दर्जा मिलेगा और इसके स्टेशन भवन का भी विकास होगा। प्रस्ताव पर पहले ही मंजूरी मिल गई है। दरअसल, हसंडीहा से ही गोड्डा लाइन निकलती है। इधर, दुमका मार्ग भी हंसडीहा से गुजरता है। ऐसे में हसंडीहा जंक्शन के रूप में विकसित हो जाएगा।