सृजन घोटाला : चार्जशीट दाखिल करने के पूर्व सीबीआइ पहुंची डीआरडीए Bhagalpur News
सीबीआइ ने सबौर स्थित सृजन महिला सहयोग समिति के दफ्तर की भी जांच की। सृजन घोटाले के मुख्य आरोपी अमित कुमार और प्रिया कुमार के घर भी टीम गई थी।
भागलपुर [जेएनएन]। डीआरडीए में हुए सृजन घोटाला मामले में सीबीआइ ने जांच पूरी कर ली है। सीबीआइ अब इस मामले में चार्जशीट दाखिल करने जा रही है। चार्जशीट दाखिल करने के पूर्व सीबीआइ की दो सदस्यीय डीएसपी स्तर की टीम बुधवार को डीआरडीए पहुंची। टीम में आइएओ भी थे। कहा जा रहा है कि चार्जशीट दाखिल करने के पूर्व सीबीआइ स्थल का निरीक्षण करती है। डीआरडीए से अवैध निकासी मामले में अफसरों से मिलकर कुछ जरूरी जानकारी हासिल की। पटना से टीम मंगलवार की शाम भागलपुर पहुंचकर सर्किट हाउस में ठहरी थी। बुधवार की शाम घोटाले से जुड़े मामले की जांच कर लौट गई।
पटना से आई सीबीआइ की टीम सबौर स्थित सृजन महिला सहयोग समिति के दफ्तर की भी जांच की। सृजन घोटाले के मुख्य आरोपी अमित कुमार और प्रिया कुमार के घर भी टीम गई थी, जहां नोटिस चिपकाया गया था। दोनों को आत्मसमर्पण करने के लिए एक माह का समय दिया गया था। समय सीमा समाप्त होने के बाद अब उम्मीद की जा रही है कि अमित व प्रिया संपत्ति की कुर्क करने की कार्रवाई की जा सकती है।
सौंपी जाएगी प्रखंडों की रिपोर्ट
डीआरडीए प्रशासन प्रखंडों से मिली रिपोर्ट को गुरुवार को सीबीआइ को सौंप सकती है। प्रखंडों से आई रिपोर्ट की जांच डीडीसी द्वारा बनाई कमेटी ने पूरी कर ली है। रिपोर्ट डीडीसी को सौंप दिया गया है। डीआरडीए के 89 करोड़ के मामले की जांच कर रही है। लेकिन डीआरडए प्रशासन का कहना था कि सृजन के खाते में उनका 89 करोड़ नहीं गया है। प्रखंडों को जारी राशि भी सृजन के खाते में गई है।
प्रखंड बैंकों से सृजन के खाते में गई राशि
प्रखंड निकासी जमा
सन्हौला 1.40 करोड़ शून्य
कहलगांव 2.25 करोड़ 2.25 करोड़ रुपये
पीरपैंती 32.50 लाख 3.25 करोड़ रुपये
नवगछिया 40 लाख रुपये 22 लाख रुपये
सबौर शून्य 37 लाख रुपये
नाजिरों पर कार्रवाई की फिर खुली फाइल
सृजन घोटाले में फंसे विभागों के आधा दर्जन नाजिरों के खिलाफ सीबीआइ और विभाग, दोनों ने ही कार्रवाई के लिए शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सीबीआइ की ओर दायर चार्जशीट के बाद अब स्पेशल कोर्ट में ट्रायल शुरू हो गया है। वहीं इस मामले में विभागीय स्तर पर भी कार्यवाही शुरू कर दी गई है। जिन विभागों के नाजिरों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू की जा रही है, उनमें डीआरडीए, कल्याण, डूडा, भू-अर्जन, जिला नजारत और जिला परिषद के नाजिर शामिल हैं। इस सबके खिलाफ कार्रवाई में तेजी आ गई है। इसमें से ज्यादातर नाजिर पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं। जबकि डूडा के पूर्व नाजिर भीमनंदन ठाकुर सेवा से बर्खास्त भी किए जा चुके हैं। जबकि जिला कल्याण कार्यालय के पूर्व नाजिर महेश मंडल का निधन हो चुका है।