आखिर क्यों दी जिप अध्यक्ष ने इस्तीफे की धमकी, जानिए... क्या थी नाराजगी की वजह Bhagalpur News
अखिरकार जिला परिषद अध्यक्ष को इस बात की नाराजगी क्यों हुई कि उन्होंने इस्तीफे तक दे देने की धमकी दे डाली। उन्होंने बकायदा इस्तीफे का पत्र डीएम को भी लिख दिया।
भागलपुर [जेएनएन]। जिला परिषद् अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह अपने कार्यालय के अभियंता और अभियंत्रण शाखा की कार्यशैली से नाराज हैं। इस नाराजगी की वजह से उन्होंने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की। डीएम के नाम से इस्तीफे का पत्र तैयार करने के बाद अध्यक्ष ने हस्ताक्षर भी कर दिया।
संयोगवश इसकी जानकारी जिला पार्षदों को मिली। पार्षदों के द्वारा पूर्ण सहयोग देने और मान मनौव्वल के बाद अध्यक्ष ने इस्तीफे के पत्र को डीएम को नहीं भेजा। सदस्यों ने इस्तीफे के मूल कॉपी को फाड़ दिया। इसकी जानकारी किसी माध्यम से जिला पदाधिकारी और उप विकास आयुक्त को मिली है। डीएम प्रणव कुमार ने अध्यक्ष को भरोसा दिया है कि एक सप्ताह में वे जिला परिषद् को नया जिला अभियंता देंगे।
वहीं उप विकास आयुक्त सुनील कुमार ने उन्हें आश्वस्त किया है कि जिला परिषद् क्षेत्र में जो भी गलत कार्य होंगे, उसका विरोध करने पर उनके द्वारा त्वरित प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी। अपने इस्तीफे वाले पत्र में अध्यक्ष ने लिखा है कि जिप क्षेत्र में जो भी व्यवसायिक दुकानें हैं उस पर करीब एक करोड़ रुपये बकाया है। जिसकी वसूली भी सही तरीके से नहीं हो रही है।
जिप अध्यक्ष मानते हैं कि बकाये वसूली और दुकानों के अवैध निर्माण पर अध्यक्ष के द्वारा उठाये गए कदम पर सदन के कुछ पार्षद नाराज हैं। अध्यक्ष दावा करते हैं कि उनके इस कदम पर सदन के दो दर्जन पार्षद साथ हैं। मंगलवार को गौरव राय, नंदनी सरकार, घंटू सिंह, शबाना आजमी, बलराम मांझी, महेश यादव सहित दो दर्जन पार्षदों ने अध्यक्ष से इस्तीफे नहीं देने की अपील और आग्रह किया है। अध्यक्ष ने कहा कि कई दुकानों का निर्माण हो जाने के बाद गलत तरीके से अतिक्रमण किया गया है।