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Bhagalpur Crime: छापेमारी में हाथ न लगा 90 लाख के स्वर्ण जेवरात की लूट का मास्टरमाइंड आलम

Bhagalpur Crime हबीबपुर थानाक्षेत्र के करोड़ीबाजार और शाहजंगी में एसआइटी और हबीबपुर पुलिस ने दी दबिश। पांच मई 2021 को करोड़ी बाजार में हुए सरफराज अपहरण कांड में भी आलम चल रहा फरार। पुलिस की कार्यशाली पर लोग सवाल उठाने लगे हैं।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sat, 05 Jun 2021 09:58 AM (IST)Updated: Sat, 05 Jun 2021 09:58 AM (IST)
Bhagalpur Crime: छापेमारी में हाथ न लगा 90 लाख के स्वर्ण जेवरात की लूट का मास्टरमाइंड आलम
90 लाख रुपये मूल्य के स्वर्ण जेवरात की लूट का मास्टरमाइंड अब तक गिरफ्तार नहीं।

जागरण संवाददाता, भागलपुर।  90 लाख रुपये मूल्य के स्वर्ण जेवरात की लूट का मास्टरमाइंड निकला आलम गुरुवार को हुई छापेमारी में हाथ न आ सका। हबीबपुर थानाक्षेत्र के करोड़ीबाजार और शाहजंगी इलाके में आलम की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम ताबड़तोड़ छापेमारी की। हबीबपुर इंस्पेक्टर कृपा सागर के नेतृत्व में पुलिस आलम को सरगर्मी से ढूंढ रही है। हबीबपुर इंस्पेक्टर को आलम की तलाश पांच मई 2021 को हुए सरफराज अपहरण कांड में है। आलम भी उस केस में है।

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प्रेम सम्बंध में सरफराज को अगवा कर लिया गया है। सरफराज की मां ने हबीबपुर थाने में दर्ज कराए केस में हत्या कर दिए जाने की आशंका व्यक्त की है। दो सप्ताह पूर्व इस अपहरण कांड में एक बदमाश जोनी की गिरफ्तारी हुई थी। सिटी एएसपी पूरण कुमार झा के नेतृत्व में एसआइटी आलम को दबोचने के लिए हबीबपुर समेत अन्य इलाके में छापेमारी कर रही है। गुरुवार को एसआइटी और हबीबपुर पुलिस ने आलम की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की। फिलहाल आलम दबिश में दोनो टीम को कुछ हाथ नहीं लग सका है। मालूम हो कि छह फरवरी 2021 की सुबह 6.20 बजे 90 लाख रुपये के स्वर्ण आभूषण लूट लिए गए थे। नकाबपोश बदमाशों ने सुपर एक्सप्रेस से उतरे विशाल स्वर्णिका ज्वेलर्स के संचालक विशाल आनंद के स्टाफ की बाइक ओवरटेक कर आंखों में मिर्च झोंक आभूषण लूट लिए गए थे। सिटी एएसपी के नेतृत्व में बुधवार को सोना लूट कांड में शहजादा उर्फ सनकी और सत्यम उर्फ कारे की गिरफ्तारी हुई थी। जबकि आलम और बिट्टू की तलाश में पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।

आलम के पास ही लूट के सारे जेवरात हैं ऐसा शहजादा और सत्यम ने अपने इकबालिया बयान में कहां? है। पुलिस फिलहाल दोनो को गिरफ्तार कर जेल तो भेज दी है पर उनके इकबालिया बयान के अलावा और कोई साक्ष्य फिलहाल नहीं हैं। सोना या सोना गलने और बेचने जैसे साक्ष्य या सोना बेचने के रुपये भी कहां? बरामद हो सके हैं। लोग तो जयकिशन शर्मा हत्याकांड में राठौर के इक़बालिया बयान पर पप्पू सोनार को भी कभी आरोपित बनाने का प्रयास किया था। तब इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती समेत पुलिस के आलाधिकारियों को फजीहत झेलनी पड़ी थी। बाद में मामले में पता चला कि जिस हत्याकांड में जिस पप्पू सोनार को आरोपित बनाया गया वह जयकिशन शर्मा की हत्या के समय तो जेल में बंद था। 90 लाख रुपये मूल्य के स्वर्ण आभूषण मामले में पुलिस का दावा और दलील लोगों को हजम नहीं हो रही है। खुद विशाल स्वर्णिका ज्वैलर्स के संचालक विशाल आनंद भी यही कह रहे हैं कि लूट का सोना आखिर गया कहां?।


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