Bhagalpur CoronaVirus News: निजी अस्पतालों में कोरोना का होगा इलाज, ऑक्सीजन सिलेंडर पर अब मजिस्ट्रेट का होगा पहरा
Bhagalpur CoronaVirus News भागलपुर के निजी अस्पतालों में भी कोरोना मरीजों का इलाज होगा। इसके लिए डीएम ने निजी अस्पताल संचालकों के साथ बैठक की। साथ ही ऑक्सीजन रिफिलिंग प्लांट में मजिस्ट्रेट की तैनाती करने का प्रशासन ने निर्णय लिया हैै।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। कोरोना मरीजों का इलाज अब निजी अस्पतालों में भी होगा। ग्लोकल अस्पताल व मंगलम अस्पताल के प्रबंधक ने अवगत कराया कि ग्लोकल को कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल बनाया गया है, जहां कोरोना मरीज के इलाज के लिए एक सौ बेड की व्यवस्था की गई है। वहां ऑक्सीजन पाइप लाइन की व्यवस्था के साथ 40 बेड एवं दस आइसीयू बेड क्रियाशील हैं। साथ ही दस बेड वेंटिलेटर सहित उपलब्ध हैं। वर्तमान में मंगलम अस्पताल में सामान्य मरीजों का इलाज किया जा रहा है। भविष्य में आवश्यकता पडऩे पर इस अस्पताल को भी कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल घोषित किए जाने के संबंध में आवश्यक निर्णय लिया जाएगा।
जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण में हो रही वृद्धि के कारण ग्लोकल अस्पताल में कम से कम 60 बेड को ऑक्सीजन युक्त किया जाए, ताकि कोविड-19 से संक्रमित गंभीर मरीजों का इलाज किया जा सके एवं अन्य कोरोना के ऐसे मरीज जिन्हें आक्सीजन की आवश्यकता नहीं है उनके इलाज के लिए शेष 40 बेड को तत्काल उपलब्ध रखा जाए। ऐसे मरीज जिन्हें ऑक्सीजन की तत्काल आवश्यकता नहीं है उन्हें बिना ऑक्सीजन युक्त बेड पर ही भर्ती करने की व्यवस्था किया जाए, ताकि ऑक्सीजन युक्त बेड गंभीर मरीजों के लिए सुरक्षित रह सके। अस्पताल के प्रबंधक द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में सीएम अस्पताल में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए 30 बेड की व्यवस्था की गई है। जिसमें ऑक्सीजन पाइप लाइन की व्यवस्था के साथ 25 एवं ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था के साथ पांच बेड उपलब्ध है। इस अस्पताल में आइसीयू बेड क्रियाशील है एवं तीन बेड वेंटिलेटर की सुविधा के साथ उपलब्ध है।
हिङ्क्षलगटच व मेडिका अस्पताल के संबंध में अवगत कराया गया कि कोरोना से संबंधित मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा अवगत कराया गया कि मेडिका हॉस्पिटल द्वारा कोलकाता स्थित अपने मुख्य अस्पताल से कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए अनुमति के संबंध में पत्राचार किया गया है। अनुमति प्राप्त होते ही आवेदन सदर अस्पताल को किया जाएगा।
हालांकि बैठक में श्री राम अस्पताल जीरो माइल के प्रबंधक उपस्थित नहीं हुए। अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि श्री राम हॉस्पिटल में 14 ऑक्सीजन युक्त बेड एवं दस सामान्य बेड उपलब्ध हैं। इसमें कोरोना के मरीजों का इलाज कराया जा सकता है। सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि श्री राम हॉस्पिटल में कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए चिन्हित करते हुए आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी द्वारा कोरोना मरीजों के लिए चयनित अस्पताल प्रबंधकों को निर्देश दिया कि कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों के लिए निर्धारित संख्या में ऑक्सीजन पाइप लाइन सप्लाई व सिलेंडर सप्लाई सहित बेड एवं आईसीयू बेड को व्यवस्थित ढंग से सभी आवश्यक उपकरणों के साथ तैयार हालत में रखना सुनिश्चित करें ताकि विशेष परिस्थिति में कोरोना मरीजों के इलाज में कोई कठिनाई नहीं हो।
निजी अस्पताल के प्रबंधकों को जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए सरकार के अवर सचिव स्वास्थ्य विभाग द्वारा भागलपुर जिला को बी श्रेणी में रखते हुए मरीजों के इलाज से लिए जाने वाले शुल्क की अधिकतम दर पूर्व से निर्धारित की गई है। इसके अनुरूप ही कोरोना के मरीजों का इलाज किया जाना है। कोरोना के मरीजों के इलाज करने वाले सभी निजी अस्पताल के संचालकों को निर्देश दिया गया कि उक्त विभागीय निर्देश के आलोक में निर्धारित दर के अनुरूप ही इलाज करना सुनिश्चित करेंगे।
उपस्थित सीएनएम अस्पताल के प्रबंधक द्वारा बताया गया कि प्रथम चरण के कोरोना संक्रमण के दौरान आक्सीजन सिलेंडर की कमी होने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ा था। डीएम द्वारा अवगत कराया गया कि वर्तमान में आक्सीजन सिलेंडर पर्याप्त संख्या में उपलब्ध है। भागलपुर के अकबरनगर एवं बरारी स्थिति आक्सीजन आपूर्ति करता को निर्देशित किया जा चुका है कि तत्काल औद्योगिक आपूर्ति को स्थगित रखते हुए अस्पतालों को प्राथमिकता के आधार पर ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे। अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि बरारी एवं अकबर नगर स्थित आक्सीजन आपूर्ति करता के प्रतिष्ठान पर विशेष निगरानी के लिए दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करेंगे, ताकि आक्सीजन आपूर्ति पर नजर रखी जा सके।
उपस्थित सभी निजी अस्पताल के प्रबंधकों को अवगत कराया गया कि ऑक्सीजन आपूर्ति में किसी प्रकार की समस्या होने पर अभिलंब अनुमंडल पदाधिकारी को सूचना उपलब्ध कराई जाए ताकि तत्काल कार्रवाई की जा सके। डीएम कोरोना संक्रमण में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण निजी अस्पताल के संचालकों के साथ बैठक कर रहे थे।
डीएम द्वारा बताया गया कि वर्तमान में कोरोना के संक्रमण में हो रही अप्रत्याशित वृद्धि के कारण भागलपुर जिला सहित समीपवर्ती जिलों एवं झारखंड राज्यों से भी मरीज इलाज के लिए भागलपुर आ रहे हैं। जिनका इलाज जेएलएनएमसीएच व सदर अस्पताल में हो रहा है। कुछ निजी अस्पतालों में भी मरीज भर्ती हो रहे हैं। मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए निजी अस्पताल एवं आक्सीजन युक्त बेड उपलब्ध है। उसे भी कोरोना मरीजों के लिए चिन्हित किए जाने की आवश्यकता है।