Coronavirus : अस्पताल में इतनी मौतें क्यों हो रही हैं, प्रधान सचिव के सवाल पर अधिकारी चुप
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने भी डॉक्टरों से पूछ लिया कि कोरोना से इतनी मौत क्यों हो रही है? किसी को कोई जवाब नहीं सूझ रहा था। प्रधान सचिव ने फिर से सवाल दोहरा दिया।
भागलपुर, जेएनएन। जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत यहां की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने भी डॉक्टरों से पूछ लिया कि कोरोना से इतनी मौत क्यों हो रही है? प्रधान सचिव आइसीयू गायनी वार्ड का निरीक्षण कर रहे थे। उनके सवाल पर डीएम प्रणव कुमार, सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह और नोडल पदाधिकारी डॉ. हेमशंकर शर्मा सभी मौन साध गए।
किसी को कोई जवाब नहीं सूझ रहा था। प्रधान सचिव ने फिर से सवाल दोहरा दिया। इसके बाद एक दो अफसरों ने अटपटाते सुर में बताया कि ज्यादातर मरीज कई बीमारियों से ग्रसित थे। इस कारण उनकी मौत हो गई। अस्पताल के अधिकारियों की स्थिति यह थी कि कोरोना से जिन मरीजों की मौत हुई थी, उनकी फाइल तक नहीं थी। प्रधान सचिव ने मरीज के इलाज में कोताही नहीं बरतने का निर्देश दिया। उन्होंने टीटीसी स्थित कोविड सेंटर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान मीडिया से सीधे बात नहीं की। हालांकि उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी दी। कोरोना से बचने के उपाय बताए। अस्पताल में लगातार हो रही मौत की बाबत पूछने पर वे आगे बढ़ गए। इसके बाद उनके साथ-साथ चल रहे डीएम ने बताया कि जेएलएनएमसीएच में अभी तक 42 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। यहां 10 जिलों के कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाता है।
आज से होगा मरीजों का इलाज संबंधी बुलेटिन
जेएलएनएमसीएच में शनिवार से रोज कोरोना मरीजों के इलाज से संबंधित बुलेटिन जारी किया जाएगा, ताकि यहां इलाजरत मरीजों के स्वजनों को यह जानकारी मिल सके कि मरीज की हालत कैसी है। प्रधान सचिव ने सुबह नौ बजे और रात को भी बुलेटिन जारी करने का निर्देश दिया।
कोरोना मरीजों के इलाज की ली जानकारी
प्रधान सचिव शुक्रवार को करीब एक बजे जेएलएनएमसीएच पहूंचे। करीब पांच मिनट अस्पताल अधीक्षक कार्यालय में गए और इंडोर गायनी आइसीयू विभाग में कोरोना मरीजों से भी इलाज संबंधी जानकारी ली। उन्होंने अस्पताल अधीक्षक से कितने मरीज भर्ती हैं, कितने बेड पर ऑक्सीजन देने की व्यवस्था है आदि जानकारी ली। अधीक्षक ने कहा कि अस्पताल में 995 कोरोना मरीजों के लिए बेड हैं। 335 बेड पर सेंटर लाइन द्वारा बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है। पाइप लाइन द्वारा ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती है। अन्य बेड पर ऑक्सीजन सिलिडर रखे हुए हैं। प्रधान सचिव ने आइसीयू में बेड की संख्या बढ़ाने का निर्देश है। यहां 42 बेड कम। उन्होंने वेंटीलेटर के अलावा जीवन रक्षक दवाइयां रखने के लिए कहा। टीटीसी स्थित कोविड सेंटर का भी प्रधान सचिव ने निरीक्षण किया। वहां कोरोना मरीजों के लिए 40 बेड बनाए गए हैं। साथ ही ऑक्सीजन सिलिडर भी है। उन्होंने करीब 15 मिनट तक सेंटर का निरीक्षण किया।
मीडिया से बनाई रखी दूरी
जेएलएनएमसीएच से लेकर टीटीसी कोविड सेंटर तक उन्होंने मीडिया से दूरी बनाए रखी। उन्हें बाहर रहने के लिए कहा। जब कोविड सेंटर का निरीक्षण कर बाहर आए तो महज सात मिनट में अपनी बात रखकर वापस चले गए। उन्होंने बुलेटिन जारी करने की बात कही। यह भी कहा कि कोरोना मामले में सरकार कुछ और करेगी, दो दिनों में सभी को इसकी जानकारी मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि कोरोना से डरे नहीं सतर्क रहें। मास्क और शारीरिक दूरी का हमेशा पालन करें। अस्पताल के अधिकारी समेत डॉक्टर मरीजों का अच्छे से इलाज कर रहे हैं। मीडिया के एक भी सवाल का उन्होंने जवाब नहीं दिया।
मुख्य बातें
- स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने किया जेएलएनएमसीएच और टीटीसी कोविड सेंटर का निरीक्षण
- मरीजों की मौत का सवाल उठने पर डीएम ने बताया कि अस्पताल में 10 जिलों के मरीज होते हैं भर्ती, अब तक 42 लोगों की हो चुकी है मौत