बिहार भवन में दही-चूड़ा भोज में भागलपुरी कतरनी की बिखरेगी खुशबू, चिट्ठी लिखकर इतने क्विंटल चूड़ा की भेजी गई है मांग
दिल्ली स्थिति बिहार भवन में भागलपुरी कतरनी इस बार भी अपनी खुशबू बिखेरेगी। इसके लिए वहां से चिट्ठी लिखकर दो क्विंटल चूड़ा की मांग की गई है। नई दिल्ली स्थित बिहार भवन की आयुक्त ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। यहां से हर साल चूड़ा भेजा जाता है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। नई दिल्ली स्थित बिहार भवन में मकर संक्रांति भोज में भागलपुरी कतरनी चूड़ा अपनी खुशबू बिखरेगी। 14 जनवरी को होने वाले इस भोज में विशिष्ट अतिथि कतरनी का स्वाद चखेंगे। इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। बिहार भवन की आयुक्त पलका साहनी ने भागलपुर के जिलाधिकारी को पत्र भेजकर दो क्विंटल कतरनी चूड़ा भेजने का अनुरोध किया है। मकर संक्राति से पहले ही चूड़ा भिजवाने की बात कही गई है। दरअसल, बिहार भवन में हर वर्ष मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा-तिलकुट का भोज होता है। इस भोज में विधायक, सांसद, मंत्री से लेकर कई गणमान्य पहुंचते हैं। मकर संक्रांति में 10 दिन ही शेष है। ऐसे में भोज को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है।
10 को दिल्ली भेजा जाएगा चूड़ा
कतरनी चूड़ा तैयार कराने का जिम्मा जिला कृषि पदाधिकारी को दिया गया है। डीएम ने जिला कृषि पदाधिकारी को उत्कृष्ट कतरनी धान चिह्नित कर चूड़ा की तैयारी कराकर 10 जनवरी तक बिहार भवन पहुंचाने का निर्देश दिया है। चूड़ा को आकर्षक तरीके से पैकिंग कराने के लिए भी कहा गया है। आत्मा के उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह व पौधा संरक्षण के कामदार प्रद्युमन कुमार साह तैयार चूड़ा पैकेट को दिल्ली पहुंचाएंगे। स्टेशन अधीक्षक, एरिया मैनेजर, स्टेशन प्रबंधक को ट्रेन में सुरक्षित चूड़ा रखवाने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए हर स्तर पर सतर्कता बरती जाएगी।
विदेशों तक पहुंच चुकी है महक
भागलपुर के कतरनी चूड़े की महक झारखंड, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के साथ-साथ विदेशों तक पहुंच चुकी है। विदेश से यहां के कतरनी चूड़े की खूब मांग है। लोग ऑनलाइन ऑर्डर देकर हर साल चूड़ा मंगवाते हैं। हर साल नए धान की फसल के चूड़े का इंतजार लोग बेसब्री से करते हैं। बाजार में दो तरह का कतरनी चूड़ा उपलब्ध है। 60 रुपये किलो और 110 किलो वाले चूड़े की डिमांड ज्यादा है।