जमुई में BDO पर अभद्र व्यवहार करने का आरोप, हंगामा करते हुए धरने पर बैठे कार्यपालक सहायक
जमुई में बीडीओ के रवैया से नाराज कार्यपालक सहायक ने किया हंगामा। अभद्र व्यवहार करने का बीडीओ पर लगाया आरोप। कार्यपालक सहायक के साथ गाली-गालौज व की गई थी मारपीट। बीडीओ को हटाने की मांग पर प्रखंड कार्यालय में धरना पर बैठे कार्यपालक सहायक।
संवाद सहयोगी, जमुई: जिले के खैरा के प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) राघवेंद्र कुमार त्रिपाठी की कर्मियों के साथ मनमानी करने व अभद्र व्यवहार करने का मामला प्रकाश में आया है। यहां बुधवार की दोपहर बाद आरटीपीएस काउंटर पर कार्यरत कार्यपालक सहायक सुरेश प्रसाद के साथ बीडीओ द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया और अंजाम भुगतने की धमकी दी गई। उसके बाद सभी कार्यपालक सहायक देर शाम में प्रखंड कार्यालय का घेराव कर हंगामा करने लगे। वे बीडीओ को पर कार्रवाई करते हुए उसे हटाने की मांग करने लगे।
कार्यपालक सहायक सुरेश प्रसाद ने बताया कि वे आरटीपीएस काउंटर पर बैठे थे इसी दौरान बीडीओ आये और भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए धक्का-मुक्की देकर चले गए। फिर शाम में बीडीओ साहब आये और कहे कि पत्रकार को बोलता है और कॉलर पकड़कर मारपीट करने लगे। कार्यपालक सहायक प्रहलाद कुमार ने बताया कि बीडीओ का रवैया कर्मियों के साथ ठीक नहीं है। हमेशा कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। उनलोगों ने बीडीओ पर कार्रवाई करने व हटाने की मांग की है।
आरोप निराधार-बीडीओ
खैरा के प्रखंड विकास पदाधिकारी राघवेंद्र कुमार त्रिपाठी ने बताया कि कार्यपालक सहायक द्वारा लगाया गया आरोप गलत है। उससे स्पष्टीकरण मांगा गया है, दलालों को बैठाकर काम कर रहा था। उस वक्त हमारे सभी कर्मी और थाना प्रभारी भी मौजूद थे। शोकॉज होने के बाद अगर इस तरह का बयान मीडिया में दे रहा है तो वह नियमावली का भी उलंघन कर रहा है। मारपीट का कोई प्रूफ है क्या?
खबर ये भी: 42 मतगणना कर्मियों पर गिरेगी कार्रवाई की गाज
संवाद सहयोगी, जमुई। मतगणना कार्य के लिए प्रतिनियुक्त 42 कर्मियों पर कार्रवाई की गाज शीघ्र गिरेगी। यह सभी मतगणना की ड्यूटी से बगैर किसी सूचना के फरार पाए गए हैं। इसके लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने मानव प्रबंधन कोषांग के नोडल पदाधिकारी को निर्देशित किया है। दरअसल मतगणना कार्य के लिए प्रतिनियुक्त कर्मी बुधवार को बड़ी संख्या में अनुपस्थित पाए गए।
जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने इसके बाद ही मतगणना कार्य में उपस्थित कर्मियों की पंजी का अवलोकन किया तो वैसे 42 कर्मी अनुशासनिक कार्रवाई के दायरे में पाए गए। जिला पदाधिकारी ने बताया उक्त कर्मियों के विरुद्ध बिहार राज्य पंचायत निर्वाचन अधिनियम 2006 के तहत अनुशासनिक कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा की निर्वाचन कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।