अस्पताल में इलाज के दौरान इंजीनियरिंग छात्र की मौत, साथियों ने किया हंगामा
अस्पताल में इलाज के दौरान इंजीनियरिंग छात्र की मौत होने पर कॉलेज के अन्य विद्यार्थी आक्रोशित हो गए। उन्होंने इलाज में लापरवाही का अरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया।
मधेपुरा [जेएनएन]। बिहार के मधेपुरा जिले के सदर अस्पताल में इलाज के दौरान रविवार की सुबह इंजीनियरिंग के छात्र सत्यजीत कुमार की मौत को गई। मौत पर आक्रोशित कॉलेज के छात्रों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाकर रविवार को अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। कई चिकित्सकों व कर्मियों की पिटाई कर दी गई।
वहीं अस्पताल अधीक्षक, उपाधीक्षक व चिकित्सक के आवास पर धावा बोलकर तोड़फोड़ की। चिकित्सक व परिजनों के साथ भी मारपीट की। यहीं नहीं अस्पताल अधीक्षक, उपाधीक्षक व कई चिकित्सकों के साथ मारपीट करते हुए अस्पताल परिसर लाया गया। करीब पांच घंटे तक अस्पताल परिसर रणक्षेत्र में तब्दील रहा। गुस्साए छात्रों ने बाजार का मुख्य मार्ग जाम कर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में डीएम मु.सोहैल व एसपी विकास कुमार द्वारा चिकित्सकों पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद छात्रों ने जाम हटाया।
घटना के बाद से इमरजेंसी सेवा बाधित है। छात्रों का कहना है कि छात्र के शरीर में खून की कमी थी। जांच के बाद यह बात सामने आने के बाद चिकित्सकों ने खून न चढ़ाकर उसे घर भेज दिया। चिकित्सक ने लापरवाही करते हुए सिर्फ दवाई देकर भेज दिया। रविवार सुबह अचानक सुबह पांच बजे उसका तबियत खराब हो गया। अस्पताल लाने के बाद इलाज शुरू किया गया। लेकिन सुबह छह बजे उसकी मौत हो गई।
मौत के बाद कॉलेज के अन्य छात्रों का गुस्सा बढ़ गया। तोड़फोड़ करते हुए इमरजेंशी वार्ड का शीशा तोड़ डाला। उसके बाद अस्पताल के नर्स अनुपम कुमारी, मैनेजर कुमार नवनीत चंद्रा व ब्लड बैंक के तकनीशियन आरके पुरी की पिटाई कर दी। इतने पर भी मन नहीं भरा और चिकित्सक आवास पहुंचकर जमकर तोड़फोड़ की। वहां अस्पताल अधीक्षक डॉ. शैलेंद्र कुमार गुप्ता, अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. अखिलेश कुमार और डॉ. संतोष कुमार को क्वाटर से निकालकर मारपीट करते हुए अस्पताल लाया।
इस दौरान इनके परिजनों को भी चोटें आई। गुस्साए छात्रों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क जाम कर दिया। घटना की सूचना पर अस्पताल परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। बाद में डीएम मु.सोहैल व एसपी विकास कुमार ने जांच टीम गठन कर दोषी पर कार्रवाई की बात कही। उसके बाद छात्रों ने जाम हटाया।
छात्र के शरीर में खून के कमी से मौत हुई है। जांच में यह बात शनिवार को सामने आई थी। लेकिन चिकित्सक ने खून नहीं चढ़ाया। प्रथम दृष्टया चिकित्सक की लापरवाही सामने आ रही है। जांच टीम गठित कर दी गई है। दोषी पर कार्रवाई की जाएगी।
मु.सोहैल
डीएम, मधेपुरा