बैरिया दियारा के कुख्यात मंटू को अपराधियों ने गोलियों से भूना
मृतक मंटू उर्फ मंटा मंडल का गांव में इस कदर खौफ था कि लगभग आधा दर्जन ग्रामीण इसके आतंक की वजह से अपना जमीन जायदाद बेचकर पलायन कर गए।
भागलपुर [जेएनएन]। नाथनगर के बैरिया दियारा में कुख्यात मंटू मंडल उर्फ मंटा(25) को शुक्रवार की देर रात अपराधियों ने गोलियों से भून दिया। अपराधी उसके शव को ठिकाना लगाना चाहते थे ,लेकिन उसमें सफल नही हो पाए और जल्दबाजी में गांव में ही सड़क किनारे आम के बगीचे में फेंककर फरार हो गए। अपराधियों ने मंटा को दो गोली दाहिने गाल में एक दाहिने हाथ में और एक गोली सीने में मारी थी। मंटा बैरिया के आरती हत्याकांड में आरोपित है। कई संगीन अपराधों में इसका रिकॉर्ड थाने में दर्ज है। मंटा की हत्या की खबर कानोंकान पूरे इलाके में फैल गई। काफी संख्या में लोग उसके शव को देखने पहुंच गए। घटना की सूचना मिलते ही नाथनगर पुलिस पहुंची। जांच के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पुलिस ने मंटा के भाई विकास के बयान के आधार पर महिला निर्मला देवी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को दिए बयान में विकास ने बताया कि निर्मला के पति के मरने के बाद मंटू और महिला दोनों पति प}ी के तरह रहते थे। महिला से भी गांव में सभी लोग डरते थे। उसके यहां गांव का कोई आता जाता था। महिला ने ही साजिश करके हत्या कराई है। घटना को दूसरी तरफ मोड़ने के लिए शव को सड़क किनारे फेंक दिया गया। इंस्पेक्टर ने बताया कि पुलिसिया और फोरेंसिक टीम की जांच में महिला के घर के अंदर कई जगह पलंग के नीचे और पलंग पर खून के निशान मिले हैं।इसके अलावा टटिया में कई जगह गोली के निशान मिले हैं। एफएसएल टीम ने ट्रेस पेपर पर सबूत के तौर पर खून के धब्बे को जब्त किया है। घटना को दूसरी तरफ मोड़ने के लिए और सबूत मिटाने के ख्याल से रात में ही पूरे घर को गोबर और पानी से धो डाला था। इंस्पेक्टर मु .जनिफुद्दीन ने बताया कि महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच जारी है। इस कांड में जो भी शामिल है ,बहुत जल्द गिरफ्तार किए जाएगा।
निर्मला ने कई दफा बदला बयान : महिला ने पुलिस को पहले बताया कि रात 8 बजे मैं अपनी बेटी गुंजा के साथ नाथनगर बाजार से लौट रही थी। बैरिया पुल पर मेरे आंख के सामने जगदम्बा मंडल ,बंगटा मंडल ,मनोज मंडल ,सुब्रत मंडल ने चारों तरफ से घेरकर मंटा को गोली मारी। फिर कहने लगी घर मे मेरे पास से खीचकर गोली मारी। महिला की पति की मौत दो माह पूर्व हुई थी। निर्मला का माइका हवाई अड्डा के पास है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निर्मला को किसी दूसरे मर्द के साथ अगर मंटा बातचीत करते देख लेता था या जान भी लेता था तो वो निर्मला की पिटाई भी करता था। इस बात से भी वो खफा थी।
कुख्यात के आतंक से कई ने छोड़ दिये थे गांव
मृतक मंटू उर्फ मंटा मंडल का गांव में इस कदर खौफ था कि लगभग आधा दर्जन ग्रामीण इसके आतंक की वजह से अपना जमीन जायदाद बेचकर पलायन कर गए। 19 अक्टूबर वर्ष 2016 में मंटू के भाई पिंटू ने बैरिया गांव निवासी सातवी कक्षा की छात्र आरती की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस कांड मृतक छात्र के पिता ने मंटू मंडल, पिंटू मंडल ,विकास मंडल और उसके चाचा फुचो मंडल को आरोपित बनाया था। इस कांड में पिंटू अब तक जेल में बंद है। आरती का पूरा परिवार उसी समय गांव छोड़कर मधुसूदनपुर के करेला गांव में बस गया।
मंटू के पिता दामोदर मंडल की 5 वर्ष पूर्व किसी ने शराब के साथ जहर मिलाकर पिलाकर हत्या कर दी थी।मंटू ने पिता की हत्या करने के शक में गांव के ही मटरा मंडल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस कांड में भी वो जेल जा चुका है। हालांकि मंटा की हत्या होने पर ग्रामीणों में भीतर ही भीतर संतोष भी है कि अब गांव में अपराध पर विराम लगेगा। चर्चा है कि एक माह पूर्व मंटा और महिला को मक्के खेत में ग्रामीणों ने आपत्तिजनक स्थिति में देख जमकर पिटाई कर दी थी। उस समय गांव के कुछ लोगों को जान से मारने की धमकी दिया था। लेकिन उस समय काफी संख्या में ग्रामीणों ने एकजुट होकर मंटा का विरोध किया था और वो वहां से किसी तरह जान बचाकर भागा था।