Police driver assassination : मौका-ए-वारदात पर मौजूद था बप्पी
Police driver assassination 10 सितंबर की रात पुलिस वाहन चालक शेख अफसार की हत्या के समय बप्पी पासवान वहां मौजूद था। मोबाइल लोकेशन से यह जानकारी मिली।
भागलपुर, जेएनएन। हबीबपुर थाने के चालक शेख अफसार की हत्या में गिरफ्तार बप्पी पासवान रविवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। कजरैली पुलिस उसे कड़ी सुरक्षा में व्यवहार न्यायालय लाई। यहां एसीजेएम कोर्ट का कार्यालय रिमांड कार्य के लिए खुला रखा गया था। कजरैली थाने से आए जांच पदाधिकारी ने उसे जेल भेजे जाने संबंधी आधार के रूप में केस डायरी और तकनीकी जांच संबंधी तथ्यों को प्रस्तुत किया। जिसे स्वीकार करते हुए न्यायालय ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में आरोपित को जेल भेज दिया।
तकनीकी निगरानी में मिली सफलता
पुलिस की तकनीकी सेल ने घटनास्थल पर डंप मोबाइल नंबरों का लोकेशन लेना शुरू किया तो परत दर परत खुलता चला गया। तकनीकी जांच में बप्पी पासवान की हत्या में संलिप्तता सामने आई और वह पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया। मौका-ए-वारदात पर उसकी मौजूदगी उसके मोबाइल लोकेशन के आधार पर साबित हो गई। सिटी एएसपी पूरन कुमार झा के नेतृत्व में बप्पी शनिवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया गया।
बबलू, राजकुमार, इमरान मुर्गा भी लिए गए थे हिरासत में, नहीं मिला था साक्ष्य
इसके पूर्व पुलिस जांच के क्रम में घटनास्थल पर डंप मोबाइल नंबरों में एसआइटी ने पहले दराधी बादरपुर निवासी बबलू दास को हिरासत में लिया था। उसका लोकेशन भी घटनास्थल का मिला था। पुलिस ने उससे लंबी पूछताछ की थी। घटनास्थल का साथ लेकर मुआयना भी किया था। लेकिन उसकी संलिप्तता हत्या में साबित नहीं हो सकी। वह दूध बेचकर लौटते समय उसी राह से गुजरा था। कुछ देर वहां उसकी मौजूदगी थी। पुलिस उससे लंबी पूछताछ बाद मुक्त कर दिया। जैन मंदिर के समीप बाइक लूट में शामिल रहे नाथनगर के राजकुमार, हबीबपुर थाने के चालक मुहम्मद हीरू की हत्या में चर्चा में आए इमरान मुर्गा भी हिरासत में लिया गया था। इनमें राजकुमार को पुलिस साक्ष्य नहीं मिलने पर मुक्त कर दिया था। इमरान मुर्गा को पूर्व से मोजाहिदपुर गोलीबारी कांड में फरार होने के कारण जेल भेज दिया गया था।
नवगछिया के गोपालपुर और पंचगछिया में छापेमारी
अफसार की हत्या में गिरफ्तार बप्पी के स्वीकारोक्ति बयान के बाद कजरैली, मधुसूदनपुर, हबीबपुर पुलिस ने रविवार को नवगछिया के गोपालपुर और पंचगछिया में ताबड़तोड़ छापेमारी की। छापेमारी को लेकर पुलिस फिलहाल कुछ जानकारी देने से बच रही है।
एसकेपी के फोन आने की अक्सर लोग करते हैं चर्चा
बप्पी के अपराध को संरक्षण देने को लेकर अक्सर पटना पुलिस मुख्यालय में सक्रिय किसी एसकेपी के फोन आने की चर्चा लोग करते हैं। बप्पी की आपराधिक करतूतों को दबाने में एसकेपी के फोन आने की चर्चा कथित तौर पर पुलिस-अपराधी गठजोड़ का इशारा करता है। कजरैली क्षेत्र में यह चर्चा भी जोरों की है कि इस बार संरक्षण काम न आ सका।