बांका की रिचा अमेरिका में कर रहीं छठ
छठ इस सूबे में ही नहीं सात समंदर पार विदेशों में खूब लोकप्रिय हो रहा है।
बांका (राहुल कुमार)। बिहार का लोकपर्व छठ इस सूबे में ही नहीं सात समंदर पार विदेशों में खूब लोकप्रिय हो रहा है। इनदिनों दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका के कई नगर भी छठ गीतों से गूंज रहे हैं। बांका शहर के विजयनगर मोहल्ले की रिचा झा नार्थ कैरोलीना प्रांत के सार्लेक सिटी में छठ मना रही है। पेशे से सॉफ्वेयर इंजीनियर रिचा ने पिछले साल से ही इसकी शुरुआत कर दी है। इस बार भी वह वहां के एक होटल व स्वी¨मग पुल बुक कर छठ मना रही है। उसमें उनके अमीरिकी मित्र भी शामिल होते हैं। उनके पति आनंद झा भी अमेरिका में इंजीनियर हैं। चौपाल नामक संस्था के बैनर तले करीब दर्जन भर भारतीय परिवार इस आयोजन में शामिल हैं। पिछले साल उनके साथ बड़ी संख्या में अमेरिकी मित्र व उनके परिजन भी सूर्योपासना के इस त्योहार में शामिल हुए थे। इस बार पर्याप्त सुविधाओं के साथ इसे चार दिवसीय अनुष्ठान के रूप में मनाया जा रहा है। रिचा स्थानीय विजयनगर मोहल्ले के पद्मानंद झा की पुत्रवधु हैं। उनकी प्रारंभिक पढ़ाई झारखंड के जमशेदपुर स्थित अपने घर में हुई थी।
......
भागलपुर से मंगाए सूप
रिचा ने बताया कि पिछले दिनों उनके पति को जानने वाला एक भागलपुर से कैरोलीना आ रहा था। उन्हीं के माध्यम से वहां से बांस की बनी सूप मंगवा ली। अमेरिका में फलों की कोई कमी नहीं है। छठ पूजा की कमोबेश सारी सामग्रियां वहां के मॉल में उपलब्ध रहता है। सुगरकेन, लेमन, कोकोनट सब मार्केट में उपलब्ध है। ठेकुआ, कसार आदि वे घर पर बना लेती हैं। फिर भी कुछ बच जाता है तो इच्छित सामान पूर्व ऑर्डर देने पर मॉल वाले इंडिया से मंगवा देते हैं। रिचा ने बताया कि इस साल उनके एक दोस्त की मां भी उनके साथ छठ कर रही हैं। वह भी इंडिया से ही अमेरिका आई हैं।
भारत व अमेरिका के समय में करीब 12 घंटे का फर्क है। सोमवार को जब बिहार में सभी व्रतियों ने खरना व्रत किया, उस दिन वहां उन्होंने कद्दू भात का विधान संपन्न किया।
..........
क्या कहती है रिचा की सास
विजयनगर में रह रहीं रिचा की सास निर्मला झा ने बताया कि शादी के बाद से ही रिचा अमेरिका में रह रही है। इसके बावजूद वे वहां सभी पर्व-त्योहार करती है। इंजीनियर के साथ वह धार्मिक विचारों वाली लड़की है। पिछले साल उसने वहां छठ करने की इच्छा जताई थी। और अब वह वहां दूसरे साल इस अनुष्ठान को नेम-निष्ठा के साथ सफलता पूर्वक पूरा कर रही है।