वसंत पंचमी 2020 : हवा में घुलने लगे वसंत के पंचम स्वर, 1.20 बजे तक मां सरस्वती की पूजा करना उत्तम Bhagalpur News
विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा जिले के शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न शिक्षक संस्थानों एवं क्लबों में तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं।
भागलपुर, जेएनएन। वसंत पंचमी पर विद्यादायिनी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना को लेकर शहर में उत्सव का माहौल ऐसा कि हवा में वसंत के पंचम स्वर घुलने लगे हों। स्कूल-कॉलेजों से लेकर विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में बुधवार की देर रात तक प्रतिमा लाई जाती रही।
माघ शुक्ल की पंचमी तिथि यानी गुरुवार को मां सरस्वती की पूजा की जाएगी। पंचमी तिथि दिन में 1.20 बजे तक रहेगी। पंडित राजेश मिश्र ने कहा कि जो विशेष पूजन में असमर्थ हों, वे प्रात: नित्यकर्म से निवृत्त होकर श्रद्धा भक्ति के साथ ध्यान कर सरस्वती श्लोक अथवा सरस्वती चालीसा का पाठ करें और गुरुजन का आशीर्वाद लें।
पंडित मिश्र ने बताया कि उदय तिथि ही पूर्णकालिक तिथि मानी जाती है। पंचमी तिथि गुरुवार को दोपहर 1.20 तक रहेगी। शास्त्र के नजरिए से वसंत पंचमी पर पूजन सूर्योदय के समय प्रात:काल ही किया जाता है। इसलिए जिस दिन पंचमी तिथि सूर्योदय के समय उपस्थित होती है, उसी दिन वसंत पंचमी का महत्व होता है। गुरुवार को सूर्योदय के समय से ही पंचमी तिथि रहेगी। सरस्वती पूजा को लेकर कला केंद्र में भी विशेष तैयारी की गई है। यहां वाद्य यंत्रों पर संगीत के स्वर फूटेंगे।
इस साल सरस्वती पूजा है विशेष शुभ कारक
इस साल कई वर्षों के बाद ग्रह और नक्षत्रों की स्थिति खास बन रही है। इस बार तीन ग्रह खुद की ही राशि में रहेंगे। मंगल वृश्चिक में, वृहस्पति धनु में और शनि मकर राशि में रहेंगे। शुभ कार्यों के लिए यह स्थिति बहुत ही अच्छी है। साथ ही सर्वार्थ सिद्धि योग इसे और शुभ बना रहा है।
ट्रेन में सरस्वती प्रतिमा : यह तस्वीर भागलपुर से बांका जा रही ट्रेन में रखा हुआ सरस्वती प्रतिमा की है, जोकि यह लोग हर साल 150 की संख्या में जाते है और 50 सरस्वती की प्रतिमा कलकत्ता से सुपर ट्रेन से लाते है, जिस में 15 मूर्तियां बांका के विजयनगर, बाबुटोला, पोस्टऑफ, अमरपुर बाकी भागलपुर के इलाका के अलीगंज, जगदेशपुर, गोराडीह व अन्य बांका के मुकेश ने कहा की कलकत्ता के जैसा आकार, स्वरूप नहीं मिलने के कारण हमलोग कलकत्ता जाना पड़ता लेकिन महंगाई और चंदा कम होने के कारण लोगों कमी आ गयी है।
सरस्वती पूजा के दौरान चाक-चौबंद रहेगी सुरक्षा व्यवस्था
सरस्वती पूजा के दौरान जिले में चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था रहेगी। अनुमंडल कार्यालय में 24 घंटे नियंत्रण कक्ष काम करेगा। नियंत्रण कक्ष में कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। जगह-जगह मजिस्ट्रेट की तैनाती की जा रही है।
जिले में सरस्वती पूजा धूमधाम से मनाया जाता है। अनेक स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। डीएम प्रणव कुमार ने सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतिमा विसर्जन के दौरान विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि जहां प्रतिमाएं स्थापित की जाती है, वहां विशेष निगाह बनाए रखें। प्रतिमा विसर्जन 31 जनवरी और एक फरवरी को होना है। पिछले पांच वर्षों में जिन क्षेत्रों में सांप्रदायिक तनाव हुए हैं, उन क्षेत्रों में पूजा पूर्व निरोधात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। शांति समिति की बैठक सदस्यों को शांति बनाए रखने के लिए विशेष दायित्व देने के लिए कहा गया है।
एसएम कॉलेज रोड में सादे लिबास में तैनात रहेगी पुलिस
सरस्वती पूजा के दौरान स्कूल, कॉलेज, कोचिंग आदि इलाकों में मनचलों पर पुलिस नजर रखेगी। एसएम कॉलेज रोड में पूजा के दौरान घूमने के लिए निकलने वाली छात्राओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस अलर्ट है। इसके अलावा पीजी महिला छात्रावासों समेत अन्य चिन्हित इलाकों में विशेष रूप से पुलिस की तैनाती की गई है। एसएसपी आशीष भारती ने इसको लेकर निर्देश जारी किया है।
शहर में सरस्वती पूजा के दौरान सबसे ज्यादा छात्राओं की भीड़ घुरनपीर बाबा चौक से लेकर एसएम कॉलेज रोड, खंजरपुर तक रहती है। छात्राएं पारंपरिक परिधानों व सजधज कर पूजा में हिस्सा लेने के लिए कॉलेज जाती हैं।
होगी विशेष चेकिंग
शेरनी दल और बरारी पुलिस को एसएसपी ने विशेष रूप से मनचलों पर नजर रखने का निर्देश दिया है। बरारी पुलिस आज विशेष रूप से एसएम कॉलेज, बजरगंज बली मंदिर के पास चेकिंग अभियान चलाएगी।