सरस्वती पूजा 2020 : मां शारदे कहां तू वीणा बजा रही हो... कल विराजेंगी मां... जानिए मुर्हूत Bhagalpur News
विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा जिले के शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न शिक्षक संस्थानों एवं क्लबों में तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं।
भागलपुर, जेएनएन। जिले में सरस्वती पूजा की तिथि को लेकर लोगों में असमंजस स्थिति बनी हुई है। कुछ लोग जहां विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा 29 को सूर्योदय के एक पहर बाद बसंत पंचमी के आगमन पर मना रहे हैं, वहीं अधिकतर लोग 30 जनवरी को उदय तिथि को बसंत पंचमी मानकर दिन देवी की पूजा अर्चना करेंगे।
इस संबंध में उमेश्वरनगर निवासर पंडित चंद्रशेखर झा और बूढ़ानाथ के पंडित सुरेंद्र तिवारी पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पूजा का शुभ मुहूर्त मिथिला और काशी पाचांग में उदया तिथि 30 जनवरी को माना गया है। इस तिथि को भक्तजन दिनभर मां की पूजा अर्चना कर पाएंगे।
तिथिवार यूं है पूजा का शुभ मुहूर्त
29 जनवरी : पंचमी तिथि प्रारंभ सुबह 8:29 से
30 जनवरी : पंचमी तिथि समाप्त सुबह 10:41 बजे।
आकर्षक पंडाल बनाने की लगी है होड़
विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा जिले के शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के विभिन्न शिक्षक संस्थानों एवं क्लबों में तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। लोगों के आकर्षण के लिए पूजा पंडालों को भव्य बनाने की होड़ लगी हुई है। सबौर फ्रेंड्स क्लब एवं आर्य टोला सबौर में आठ फीट की ऊंची प्रतिमा स्थापित की जा रही है। पंडाल को भी प्राकृतिक छटा की गई है। टीएनबी कॉलेज के पूर्वी-पश्चिमी, कृष्णा हॉस्टल और महिला हॉस्टल में भी पूजा की तैयारियां जोरो पर हैं।
बाजार में पांच सौ से 16 हजार रुपये तक की है प्रतिमा
कलाकारों ने देवी की एक से बढ़कर एक प्रतिमा बना रखी है। पश्चिम बंगाल के बद्र्धमान जिले के नवद्वीप धाम से दर्जन भर मूर्तिकार भागलपुर आकर प्रतिमा का निर्माण एवं बिक्री करने में लगे हैं। पांच वर्ष पूर्व यहां के लोग नवद्वीप से सरस्वती की प्रतिमा लाने के लिए जाते थे, लेकिन अब वहां के मूर्तिकार ही यहां आकर प्रतिमा बनाकर बेच रहे हैं। नवद्वीप से आए मूर्तिकार विश्वनाथ पाल, सुबीर पाल, पार्थो पाल, कृष्णा पाल एवं बुद्धदेव पाल आदि ने बताया कि हमलोगों ने यहा आठ सौ प्रतिमा बनाई है। जिसकी कीमत पांच सौ से लेकर 16 हजार रुपये तक है। लोग पहले से ही प्रतिमा पसंद कर बुक करा चुके हैं।
पूजन सामग्रियों में आया उछाल
पूजा नजदीक आते ही पूजन सामग्रियों में एकाएक उछाल आ गया है। सजावट की सामग्रियों से लेकर बैर, गाजर एवं मिसरीकंद तक की कीमत काफी बढ़ गई है। कल तक बाजार में जहां प्रति किलोग्राम इसकी बिक्री 10 से 15 रुपये किलो तक थी, वह बढ़कर 25 से 30 रुपये किलो तक पहुंच गया है।