बिहार: केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे का गिरफ्तारी वारंट जारी, जानिए मामला
हिंदू नववर्ष की शोभा यात्रा के दौरान भागलपुर में हुए उपद्रव के मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत की गिरफ्तारी का वारंट जारी हुआ है। जानिए पूरा मामला।
भागलपुर [जेएनएन]। बिहार के भागलपुर में हिंदू नववर्ष को लेकर निकाली गई शोभा यात्रा के दौरान उपद्रव को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे व भाजपा नेता अर्जित शाश्वत तथा आठ अन्य के खिलाफ कोर्ट ने गिरफ्तारी का वारंट निर्गत किया है। उधर, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने पहले ही यह घोषणा कर दी है कि अगर उनका बेटा दोषी पाया गया तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे।
यह है मामला
विदित हो कि हिंदू नववर्ष की शोभा यात्रा के दौरान बीते श्ानिवार को भागलपुर के चंपानगर में दो पक्षों के बीच रोड़ेबाजी, आगजनी, फायरिंग व बमबाजी की घटना हुई थी। इसमें पुलिस जवान समेत कई लोग घायल हुए थे। इस घटना को लेकर बीते रविवार को दो प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
इसमें पहली प्राथमिकी जुलूस निकालने वाली संस्था के अध्यक्ष भाजपा नेता अर्जित शाश्वत चौबे समेत आठ लोगों के खिलाफ दर्ज की गई। इस प्राथमिकी में चार से पांच सौ अज्ञात लोगों को भी आरोपित बनाया गया। वहीं दूसरी प्राथमिकी हंगामा, उपद्रव, तोड़फोड़ को लेकर दर्ज की गई, जिसमें 10 नामजद और चार से पांच सौ अज्ञात को आरोपित बनाया गया।
इनके खिलाफ जारी हुआ वारंट
इस मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे समेत नौ लोगों के खिलाफ नाथनगर पुलिस ने शनिवार को अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी अंजनी कुमार श्रीवास्तव की अदालत में गिरफ्तारी वारंट के लिए अर्जी दाखिल की। अदालत ने सभी की गिरफ्तारी का वारंट निर्गत कर दिया है। पुलिस के अनुसार अर्जित शाश्वत चौबे के अलावा अभय कुमार, घोष सोनू, प्रमोद वर्मा पम्मी, देव कुमार पांडेय, संजय भट्ट, सुरेंद्र पाठक, अनूप लाल साह और प्रणव साह उर्फ प्रणव दास के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निर्गत हुआ है।
अर्जित ने पुलिस पर लगाए ये आरोप
दूसरी ओर अर्जित शाश्वत ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने खुद को बचाने के लिए फर्जी एफआइआर दर्ज किया।
अर्जित के अनुसार पुलिस और जिला प्रशासन को संघ परिवार की ओर से पहले ही दो दिवसीय नववर्ष समारोह की जानकारी दी गई थी। इसीलिए शोभायात्रा यात्रा निकाली गई, जिसमें भारत माता की जय और वंदे मातरम और जय श्रीराम के नारे लगाए गए। उन्होंने कहा कि अगर देश में एेसा बोलना गुनाह है तो सरकार उन्हें चाहे तो फांसी पर लटका दे।
अश्विनी ने बेटे केा बताया निर्दोष
घटना को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने पहले ही अपने बेटे को निर्दोष बताया था। उन्होंने कहा था कि अगर अर्तित शाश्वत दोषी पाया गया तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे।