Move to Jagran APP

अररिया: ग्राम कचरी के लिए न तो भवन और न ही कुर्सी-टेबुल, कहां बैंठेंगे सरपंच और पंच?

गांव स्‍तर पर विवादों के निपटारे के लिए ग्राम कचहरी की स्‍थापना की गई है। लेकिन ज्‍यादातर पंचायतों में ग्राम कचरी के पास संसाधनों की कमी है। ऐसे में यहां न तो सरपंच के लिए और न ही पंच के लिए...

By Abhishek KumarEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 07:24 AM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 07:24 AM (IST)
अररिया: ग्राम कचरी के लिए न तो भवन और न ही कुर्सी-टेबुल, कहां बैंठेंगे सरपंच और पंच?
ग्राम कचरी के पास संसाधनों की कमी है।

संसू सिकटी, (अररिया)। पंचायतों में नई सरकार का गठन कर लिया गया है। एक तरफ ग्राम पंचायत के प्रधान गांव में विकास की लकीर खींचने को तत्पर हैं। तो वहीं ग्राम कचहरी के प्रधान गांव के कई मसलों पर न्याय करते दिखेंगे। लेकिन अभी भी ग्राम कचहरी कई सुविधाओं से वंचित है। सरकार ने सस्ता और सुलभ न्याय व्यवस्था के लिए ग्राम कचहरी की स्थापना की है।

loksabha election banner

लेकिन जरूरी सुविधाएं नही मिलने के कारण इसका अस्तित्व संकट में पड़ गया है। जबकि लंबी अवधि के बाद वर्ष 2006 में राज्य सरकार ने पंचायत चुनाव के साथ ग्राम कचहरी का चुनाव कराया था। किंतु तीन टर्म बीत जाने के बाद भी न तो इसे अपना भवन मिल पाया है और न हीं जरूरी संसाधन। नतीजा कही खुले मैदान में तो कहीं पेड़ के नीचे, भाड़े के मकान में तो कहीं घर पर तो कहीं पुराने पंचायत भवन में पंचायत न्याय पीठ मामलों की सुनवाई करती नजर आती है।

दो प्रखंड में पांच सरकार भवन: सीमावर्ती प्रखड क्षेत्र की बात करें तो कुर्साकांटा में दो तो सिकटी में तीन पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य संभव हो पाया है। कुर्साकांटा प्रखंड के कुर्साकांटा और रहटमिना तथा सिकटी के आमगाछी, बरदाहा व बोकंतरी पंचायत में पंचायत सरकार भवन शामिल है। दोनों प्रखंड के तीन पंचायतों सौरगाव, हरिरा व दहगामा में यह कार्य प्रगति पर है। जबकि दोनों प्रखंड में कुल 27 पंचायतें हैं। भवन निर्माण की राह में जमीन रोड़ा अटका रही है।

क्या कहते हैं बीपीआरओ

सिकटी प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी भोलानाथ राय ने बताया कि जमीन की कमी के कारण पंचायतों में सरकार भवन बनाना संभव नहीं हो रहा है। कई पंचायतों में जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण निर्माण पर ग्रहण लगा हुआ है। विभाग जमीन उपलब्ध कराने की दिशा में तत्पर है। दो पंचायतों का प्रस्ताव भेजा भी गया है।

बीडीओ राकेश कुमार ठाकुर ने बताया कि ग्राम कचहरी को समय-समय पर आधारभूत संरचना के लिए राशि उपलब्ध कराई जाती है, जहां सरकारी भवन नहीं है, वहां भाड़ा के मकान में फिलहाल ग्राम कचहरी चल रहा है। कई जगहों पर पंचायत सरकार भवन का भी निर्माण हो रहा है। आनेवाले समय में यह सभी समस्याएं दूर हो जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.