DM राहुल कुमार ने अंतिम रात पूर्णिया को दी बड़ी सौगात, एक क्लिक में डेढ़ लाख पुस्तकों की जानकारी
amazing story पूर्णिया के डीएम राहुल कुमार ने अभियान किताब दान की वेबसाइट लांच की। कहा- ई-ग्रंथालय साफ्टवेयर को भी किया जाएगा लिंक। जिले में 240 पुस्तकालय संचालित हैं। किस पुस्तकालय में कौन-कौन सी किताबें हैं इसका पता अब तुरंत चल जाएगा।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। डीएम राहुल कुमार का तबादला हो चुका है। मंगलवार को वे नवपदस्थापित जिलाधिकारी सुहर्ष भगत को पदभार भी सौंप देंगे। पूर्णिया में कार्यकाल की अंतिम रात उन्होंने जिलावासियों को बड़ी सौगात दी है। अभियान किताब दान की वेबसाइट उन्होंने सोमवार की रात करीब आठ बजे लांच की। इस दौरान डीएम ने कहा कि जिले में किताब अभियान दान के तहत 240 पुस्तकालय संचालित हैं। किस पुस्तकालय में कौन-कौन सी किताबें हैं और वह किस पंचायत या भवन में हैं, यह सारी जानकारी वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी।
उन्होंने कहा कि सभी पुस्तकालय जनसहयोग से चलाए जा रहे हैं। इसमें जन समुदाय को भी जोडऩे की आवश्यकता है। यह पूर्णिया जिले की धरोहर है। उन्होंने बताया कि इस वेबसाइट पर एक लाख 50 हजार पुस्तकों की सूची 12 हजार पन्नों में उपलब्ध है। इसे ई-ग्रंथालय साफ्टवेयर भी इससे जोड़ा जाएगा। डीएम ने कहा कि अभियान किताब दान के पूर्णिया माडल को कई राज्यों में अपनाया जा रहा है। 25 जनवरी 2020 को इस अभियान की शुरुआत की गई थी। एक वर्ष किताबों के संग्रह में लग गए। 25 जनवरी 2021 को केनगर, परोरा मध्य विद्यालय में प्रथम पुस्तकालय का उद्घाटन किया गया था। इस वेबसाइट के माध्यम से पुस्तकालय से अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों, शिक्षा का स्तर बढ़े यही कामना है।
डीएम ने पुस्तक-दान योजना चलाकर सबका मन जीता
संस,रूपौली (पूर्णिया)। पहली बार ऐसे डीएम आए, जिन्होंने धूसर टीकापट्टी पंचायत पर नजरें इनायत की तथा यहां के विकास में भरपूर सहयोग किया। इतना ही नहीं उनके द्वारा पुस्तक-दान जैसी योजना चलाकर सबका मन मोह लिया गया । उक्त बातें धूसर टीकापट्टी पंचायत की मुखिया शाति देवी सोमवार को डीएम राहुल कुमार के स्थानानंतरण की खबर पाकर उनसे मिलने के बाद कही । उन्होंने कहा कि पहली बार राहुल कुमार ऐसे डीएम आए, जिन्होंने उनके पंचायत के विकास में भरपूर सहयोग किया तथा यहां के लोगों के लिए हमेशा उनका दरबार खुला रहा । वे अपने कार्यकाल के तीन वर्षों में दर्जनभर से ज्यादा बार टीकापट्टी की धरती पर अपना पांव रखा तथा विकास का हालचाल लिया तथा हमेशा ही सहयोग की भावना देखने को मिला ।