वैकल्पिक सड़क बना सकता है इस बार चुनावी मुद्दा, आम लोग परेशान, नेताजी भी नहीं दे रहे ध्यान
भगालपुर के पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र में वैकल्पिक सड़क इस बार चुनावी मुद्दा बना हुआ है। लोगों का सबसे बड़ा आरोप है कि यहां के जनप्रतिनिधि इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
भागलपुर, जेएनएन। विधानसभा चुनाव को लेकर गहमागहमी जारी है। विभिन्न पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता वर्जुअल रैली, सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों से लोगों से जुड़ रहे हैं। साथ ही वे लोगों की समस्याओं के समाधान की बात भी कर रहे हैं, लेकिन पीरपैंती के लोगों की सबसे बड़ी समस्या पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
दरअसल, पीरपैंती उल्टा पुल (रेलवे ओवरब्रिज) तोड़े जाने के बाद वाहनों के परिचालन के कारण वैकल्पिक बाइपास मार्ग मंजरोही की ग्रामीण सड़क काफी जर्जर हो गई है, जिस पर प्रतिदिन जाम की समस्या बनी रहती है। स्थिति यह है कि घंटों छोटे-बड़े वाहनों के अलावा बाइक सवार भी जाम में फंसे रहते हैं। इससे लोग इस रास्ते से होकर गुजरना भी नहीं चाहते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि इस बारे में कई बार उनलोगों ने जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया है, लेकिन अब तक इसका समाधान नहीं हो सका है।
एक तरफ पोखर दूसरी तरफ गड्ढा, हादसे का बना रहता है खतरा
मंजरोही पोखर के किनारे बनी इस ग्रामीण सड़क पर एक तरफ पोखर तो दूसरी तरफ गड्ढा है, जिससे उस पर एक साथ दो वाहनों का गुजरना संभव नहीं हो पाता है। बार-बार सड़क के दोनों तरफ फ्लैंक भरने की मांग करने के बावजूद किसी का ध्यान इस ओर नहीं है। अब तो सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे भी हो गए हैं, जिसमें प्रतिदिन वाहन फंसते हैं। अगर समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो मार्ग अवरुद्ध हो सकता है और कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
वैकल्पिक बाइपास का कराया जा रहा निर्माण
पीरपैंती में उल्टा पुल (रेलवे ओवरब्रिज) को तोड़ दिया गया है। नए पुल का निर्माण होने तक रेलवे की ओर से मंजरोही के समीप अंडरपास बनाकर पीरपैंती को दक्षिणी से उतरी क्षेत्र को जोड़ने के लिए वैकल्पिक मार्ग मंजरोही होते हुए बाइपास बनाया गया है। पीरपैंती प्रखंड मुख्यालय एवं पीरपैंती थाना सहित पूरे क्षेत्र के लिए मुख्य मार्ग होने के बावजूद किसी का इस पर ध्यान नहीं है। हालांकि, दो सप्ताह पूर्व बीडीओ एवं सीओ ने निरीक्षण कर सड़क के दोनों तरफ फ्लैंक के लिए अतिक्रमण हटाने के लिए लोगों को निर्देश दिया था, इसके बावजूद अभी तक अतिक्रमण नहीं हट पाया है।