नहीं सुधरे तो फिर बदल जाएगी शहर की आबोहवा
शहर की आबोहवा बदल गई। वायु प्रदूषण की स्थिति में अभी सुधार दिख रहा है।
भागलपुर। शहर की आबोहवा बदल गई। वायु प्रदूषण की स्थिति में अभी सुधार दिख रहा है। वातावरण में धूल-कण नहीं के बराबर है। यह सब लॉकडाउन की अवधि के दौरान हुआ है।
गाड़ियों के कम परिचालन, ईट भट्ठों के बंद रहने से प्रदूषण का स्तर कम हुआ है, लेकिन अनलॉक-1 में फिर बार बड़ी संख्या में वाहनों का परिचालन शुरू हो गया है। ईट भट्ठे भी शुरू हो गए हैं। अगर मानक का पालन नहीं किया गया तो शहर की आबोहवा फिर से बदल जाएगी। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के जनसंपर्क पदाधिकारी वीरेंद्र कुमार के अनुसार गैर जरूरी गतिविधियों के बंद रहने के कारण वायु प्रदूषण की स्थिति में सुधार हुआ है।
उन्होंने बताया कि 22 मार्च से 30 मई की अवधि के बीच आबोहवा में सुधार हुई है। इसका असर मौसम पर भी पड़ा है। जनवरी एवं फरवरी में प्रदूषण का स्तर ज्यादा था। अभी एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) सौ के नीचे है। जनवरी फरवरी में शहर की एक्यूआइ डेढ़ सौ के पार थी। इसके अलावा पीएम-10 की साद्रता में भी कमी आई है।
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इससे फैलता है वायु प्रदूषण
वायु प्रदूषण के प्रमुख स्त्रोतों में बॉयोमास, जीवाश्म इंधन के जलने, ईंट भट्ठे, पावर प्लाट, निर्माण गतिविधियों, डीजी सेट, परिवहन आदि मुख्य हैं।