आलू के बाद अब तेल और रिफाइन ने बिगाड़ा घर-घर का बजट, जानिए बाजार का भाव
भागलपुर में लोग इन दिनों महंगाई से परेशान हैं। आलू का भाव पहले से ही चढ़ा हुआ है। लेकिन अब रिफाइन और तेल ने भी घर का बजट बिगाड़ दिया है। पाम ऑयल का आवाक भी यहां पर अभी कम हो रहा है।
भागलपुर, जागरण संवाददाता। आलू की कीमत से उबरने के बाद सरसो तेल और रिफाइन की कीमत में आई अचानक उछाल से घर-घर को बजट बिगड़ गया है। अक्टूबर से दिसंबर के बीच सरसो तेल की कीमत में प्रति लीटर 30 रुपये का इजाफा हुआ है। इसी तरह रिफाइन की कीमत भी प्रति लीटर 20 से 25 रुपये बढ़ गए हैं। कीमत बढऩे की पीछे आपूर्ति कम होना और देश के बाहर से पाम तेल के आवक न होना वजह है। दरअसल, जिले में हर महीने 22 से 25 टन के बीच सरसो तेल और 15 से 18 टन के बीच रिफाइन की खपत है। अक्टूबर के शुरुआत में अलग-अलग ब्रांड सरसो तेल 125 से 130 रुपये लीटर मिल रहे थे। अभी इसकी कीमत 155 से 160 रुपये लीटर हो गया।
मार्च से सस्ता होगा सरसो तेल और रिफाइन
जिले में सरसो और रिफाइन तेल की आवक राजस्थान के भरतपुर और मध्य प्रदेश से होती है। पाम ऑयल को सरसो तेल और रिफाइन को रिफाइंड कर बाजार में आता था। इधर, विदेश से पाम ऑयल की आवक बंद हो गई है। इस कारण इजाफा होगा। अब फरवरी तक सरसो की नई फसल आने के बाद मार्च से तेल की कीमत कम होने की उम्मीद है।
पांच की जगह तीन लीटर में चल रहा काम
कीमत बढऩे से घरों में सरसो तेल और रिफाइन की खरीदारी कम हो गई है। जिन घरों में पांच लीटर तक खपत थी, वह अब तीन लीटर से काम चला रहे हैं। ग्राहक रवि कुमार, राजकुमार और रामानुज ने बताया कि कीमत बढऩे से खरीदारी कम हो रही है।
अरहर, चना दाल की खुदरा कीमत बढ़ी
दो महीने से चना, अरहर, मूंग और मसूर दाल की कीमत भी बढ़ी है। दाल की कीमत में आठ से 10 रुपये की कीमत का इजाफा हुआ है। हालांकि थोक में इन दालों की कीमत में ज्यादा का इजाफा नहीं हुआ है। अरहर दाल 105 से 110 रुपये किलोग्राम मिल रहा है। जबकि मूंग की कीमत 105 से 110 रुपये किलोग्राम खुदरा है। चना दाल की खुदरा में 75 से 80 रुपये है।
-सरसो तेल और रिफाइंड की कीमत में 25 से 30 रुपये तक इजाफा हुआ है। पाम ऑयल की आपूर्ति नहीं होने से कीमत बढ़ी है। फरवरी तक नई फसल आने के बाद मार्च से कीमत कम होने की उम्मीद है।
-सुनील जैन, उपाध्यक्ष, टेक्सटाइल चैंबर ऑफ कॉमर्स।
-सरसो तेल और रिफाइंड की कीमत में बढ़ी है। नई फसल आने के बाद कीमत में काफी हद तक अंकुश लगेगा। दाल की कीमत में कोई ज्यादा इजाफा नहीं है। कीमत अभी स्थिर है।
-अभिषेक जैन, उपाध्यक्ष, खाद्य व्यवसायी संघ।