जागरण संवाददाता, भागलपुर: जमीन कारोबारी मुहम्मद इमरान उर्फ कल्लू मियां की हत्या में शामिल शूटर अफसार और अदनान की सिवान में 17 मार्च 2023 को गिरफ्तारी के बाद चर्चित हत्याकांड से जुड़े राज की परत-दर-परत खुलने लगी है। अफसार और अदनान पुलिस टीम की सख्ती के बाद ज्यादा देर तक टिक नहीं सके।
अफसार ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में पुलिस को बताया कि 22 फरवरी की शाम मुल्लचक के गद्दी रोड में कल्लू को उसने अपने साथी अदनान और मुहम्मद अफरोज उर्फ कलुआ के साथ निशाना बनाया था।
वारदात के बाद लगातार बदलते रहे ठिकाने
वारदात को अंजाम देने के बाद अफसार और अदनान, अफरोज के साथ अफरोज के मुंगेर जिले के तारापुर स्थित गाजीपुर वाले घर चले गए थे। अफरोज वहीं रुक गया था जबकि अफसार और अदनान वहां से कोलकाता के मोटियाबुर्ज चले गए थे। वहां से दो-तीन दिन बाद दोनों फिर दिल्ली चले गए थे।
इस बीच ये दोनों भागलपुर पुलिस की तकनीकी सेल की निगाह में आ गए थे।
गिरफ्तारी के एक दिन पूर्व दोनों दिल्ली से सिवान चले आए थे। सिवान में अफसार अपनी गर्भवती पत्नी को देखने आया था। उसने अपनी पत्नी को सिवान स्थित एक रिश्तेदार के यहां भेज दिया था। तकनीकी सेल की सूचना पर एसएसपी आनंद कुमार ने पुलिस की विशेष टीम भेजकर दोनों को सिवान की स्थानीय पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया था।
अफसार ने सख्त पूछताछ में पुलिस को जानकारी दी है कि अफराेज, अदनान की मदद से कल्लू काे गोली मारने के बाद हथियार इशाकचक थानाक्षेत्र के बरहपुरा स्थित इम्मो नामक दोस्त को दे दिया था।
गुड्डू ने दिया था हथियार
पुलिस टीम की पूछताछ में अफसार और अदनान ने कल्लू हत्याकांड से जुड़ी कई चौंकाने वाली जानकारी दी हैं। उसने बताया कि मुहम्मद गुड्डू ने वारदात के लिए पिस्टल-कारतूस मुहैया कराया था। अफसार और अदनान ने पूछताछ में अप्रत्यक्ष रूप से मुहम्मद गुड्डू के अलावा कल्लू के करीबी एक नेता का भी जिक्र करते हुए बताया कि गुड्डू ही कल्लू और नेता के बीच का कॉमन मैन रहा है। दोनों के पास उसका उठना-बैठना रहा है।
कल्लू के मरने से इलाके में किस-किस को फायदा होना था, दोनों ने उसकी जानकारी भी पुलिस को दी है। पूछताछ में जमीन खरीद और चुनावी रंजिश समेत अन्य कई बातों की जानकारी अफसार और अदनान ने पुलिस को दी है। हालांकि, पुलिस के अधिकारी एक नेता पर इशारा करने के शूटर अफसार के प्रयास को पुलिस की तफ्तीश को भ्रमित करने वाला मान रहे हैं।
22 फरवरी को कल्लू पर हमला, 28 को तोड़ा था दम
22 फरवरी 2023 की शाम कल्लू पर कातिलाना हमला हुआ था। उसे बेहतर उपचार के लिए पटना के राजेश्वरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उपचार के क्रम में 28 फरवरी को कल्लू ने दम तोड़ दिया था। कल्लू की हत्या में आधा दर्जन से अधिक आरोपित बनाए गए थे। जिनमें से पुलिस अब तक चार आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है।
कल्लू हत्याकांड में पूर्व पार्षद पति मुहम्मद साबिर को भी दूसरे राज्य में हिरासत में लिए जाने की चर्चा है। सोमवार की अल सुबह मुल्लाचक में इस बात को लेकर लोग चर्चा करते रहे। हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने हिरासत की बात से फिलहाल इनकार किया है।