Move to Jagran APP

जैविक खाद अपना कर पर्यावरण, जल और मिट्टी को बचाएं

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार गुरुवार को संपन्न हो गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 02:08 AM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 06:08 AM (IST)
जैविक खाद अपना कर पर्यावरण, जल और मिट्टी को बचाएं
जैविक खाद अपना कर पर्यावरण, जल और मिट्टी को बचाएं

भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार गुरुवार को संपन्न हो गया। सेमिनार का विषय 'जलवायु परिवर्तन कृषि विकास एवं पौधा रोग निवारण' था।

loksabha election banner

समापन सत्र में वक्ताओं ने कहा जैविक खाद के बेहतर उपयोग से ही पर्यावरण, जल और मिट्टी को बचाया जा सकता है। इसके लिए किसानों को जागरूक करने की जरूरत है। उन्हें जैविक खाद बनाने एवं उसके उपयोग की पूरी जानकारी दी जानी चाहिए। किसान जलवायु को ध्यान में रखते हुए खेती करें। कृषि क्षेत्र से जुड़ी लगाई गई प्रदर्शनी

कोलकाता के शोधार्थी देवो प्रिया मित्रा को प्रो. केएस बिलग्रामी बेस्ट पेपर प्रजेंटेशन अवार्ड से सम्मानित किया गया। अवार्ड के रूप में उन्हें मोमेंटो, प्रमाण पत्र व नगद राशि दी गई। इसके अलावा कृषि क्षेत्र से जुड़ी पोस्टर प्रदर्शनी लगाई लगाई गई। इस दौरान सेमिनार के संयोजक डॉ. एच के चौरसिया ने तीन दिनों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। वहीं, विभागाध्यक्ष प्रो. लीला चंद्र साहा ने सेमिनार के सफल आयोजन के लिए कमेटी के सभी सदस्यों को धन्यवाद दिया। मंच संचालन सहायक प्राध्यापक डॉ. मनीषा मिश्र ने किया। इस मौके पर प्रतिकुलपति प्रो. रामयतन प्रसाद, पूर्व हेड प्रो. एसके चौधरी सहित शिक्षक व छात्रगण उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.