Move to Jagran APP

पता फर्जी और खरीद रखे हैं विदेशी हथियार

नागालैंड से फर्जी पते पर जारी शस्त्र लाइसेंस पर भागलपुर जिले के दर्जनों दागियों ने महंगे हथियार खरीद लिए हैं। पढ़ेंगे तो रह जाएंगे हैरान।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 Sep 2018 09:01 PM (IST)Updated: Tue, 25 Sep 2018 09:06 PM (IST)
पता फर्जी और खरीद रखे हैं विदेशी हथियार
पता फर्जी और खरीद रखे हैं विदेशी हथियार

भागलपुर। नागालैंड से फर्जी पते पर जारी शस्त्र लाइसेंस पर भागलपुर जिले के दर्जनों दागियों ने विदेशी हथियार खरीद रखा है। दागियों के पास मंहगी बरेटा, कोल्ट, ब्राऊनिंग, बेबले स्कॉट के अलावा चेक पिस्टल हैं जिसे लेकर वे खुलेआम आवाजाही करते हैं। स्थानीय कलक्ट्रेट में उन हथियारों का निबंधन तक नहीं है।

loksabha election banner

भागलपुर जिले के नवगछिया, खरीक, बिहपुर के अलावा शहरी क्षेत्र और मुफस्सिल इलाके में एक दर्जन ऐसे सफेदपोश भी हैं जिनके पास फायर करने पर बिजली की कड़क जैसी आवाज निकालने वाली मंहगी मैग्नम और रिपीटर राइफल हैं। जिन्हें वे अपनी स्कॉर्पियो और फारचूनर में लेकर घूमते दिख जाएंगे। फर्जी आवासीय पते पर नागालैंड से हथियार के लाइसेंस दिलाने वाला विचौलिया राज उर्फ पांडेय उर्फ बाबा की सक्रियता प्रशासनिक महकमे में भी बताई जा रही है। ऐसी चर्चा है कि वह खुद को कई बार प्रशासनिक पदाधिकारी भी बता लाइसेंस की चाहत रखने वाले लोगों को सब्जबाग दिखाता है। ऐसे में आसानी से उसके झांसे में आर्थिक रूप से मजबूत लोग जिन्हें हथियार लाइसेंस लेने की योग्यता प्रशासनिक नजर में नहीं है फंस जा रहे हैं।

-----------------------

विचौलिए के झांसे में आ चुके हैं सैकड़ों की संख्या में लोग

-----------------------

शस्त्र की चाहत रखने वाले सैकड़ों लोग जिनमें दागी, भू-माफिया, ठेकेदार की बात छोड़ दें ऐसे भी कई सीधे-साधे लोग भी नागालैंड का शस्त्र लाइसेंस लेने वालों में शामिल हैं। शस्त्र लाइसेंस दिलाने वाले विचौलिए राज उर्फ पांडे उर्फ बाबा ने सब्जबाग दिखा जिन्हें तब यह बताया था कि जिला कलेक्ट्रेट में आसानी से उनके हथियार रजिस्टर्ड हो जाएंगे। कहा जा रहा है कि जब उन्हें ऐसे प्रयास में झटका लगा तो उनमें से कुछेक तो प्राथमिकी दर्ज होने के भय से अपने हथियार शस्त्र दुकान में जमा करा दिया है। उन्हें लग रहा है कि उनके साथ धोखा हुआ है। फर्जी आवासीय पते से जारी शस्त्र लाइसेंस किसी भी परिस्थिति में वैध नहीं हो सकता। भागलपुर के एक पूर्व मेयर समेत एक दर्जन लोगों को कुछ वर्ष पूर्व सहरसा जिले से एक विचौलिए ने फर्जी आवासीय पते पर आ‌र्म्स लाइसेंस दिला दिया था। झांसे में आ चुके ऐसे लोगों को जब तक सच्चाई का पता चला शस्त्र लाइसेंस धारकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली गई थी। तब शस्त्र लाइसेंस जारी करने वाले सहरसा के तत्कालीन जिलाधिकारी के विरुद्ध भी मामला दर्ज किया गया था।

-----------------------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.