जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव की रिहाई के लिए कल गिरफ्तारी देंगे कार्यकर्ता
जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव अभी जेल में हैं। उनको 32 साल पुराने एक अपहरण के मामले में कुछ दिन पूर्व गिरफ्तार किया गया है। वे जेल में बीमार में है। इलाज चल रहा है। कार्यकर्ताओं ने उनकी रिहाई की मांग की है।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। न्यायालय द्वारा जाप सुप्रीमो पप्पू यादव की जमानत याचिका खारिज होने के बाद उनके समर्थकों में मायूसी व्याप्त है। समर्थक पप्पू यादव की गिरफ्तारी के विरोध में चरणबद्ध आंदोलन चला रहे हैं। इसी कड़ी में उनकी रिहाई की मांग को लेकर समर्थकों ने चार जून को जेल भरो अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इस आशय की जानकारी जन अधिकार पार्टी युवा परिषद के प्रदेश महासचिव सह प्रदेश प्रवक्ता राजेश यादव ने दी। उन्होंने कहा कि पूर्व में निर्धारित कार्यक्रम के तहत निर्णय लिया गया था कि 72 घंटे के भीतर बिना शर्त पप्पू यादव की रिहाई नहीं होती है तो कार्यकर्ता जेल भरो आंदोलन चलाएंगे।
उन्होंने कहा कि जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को ऐसे मामलों में सलाखों के पीछे रखा जा रहा है जिस मामले का आज कोई अस्तित्व नहीं है। ऐसा लगता है कि सुनियोजित साजिश के तहत पप्पू यादव को कानूनी प्रक्रिया में उलझाया गया है। इसके पीछे राज्य सरकार में शामिल बड़े बड़े लोगों का हाथ है। पप्पू यादव सलाखों से घबराने वाले नहीं हैं, पहले भी जब उन्होंने आमलोगों की आवाज बनने की कोशिश की उन्हें प्रताड़ित किया गया है। जनता सब कुछ देख रही है। आने वाले दिनों में जनता की अदालत में उचित फैसला भी होगा। राजेश यादव ने कहा कि जाप को देश के संविधान और न्यायालय पर पूरा भरोसा है। पूरी उम्मीद है कि न्यायालय में अंतत: हमारी जीत होगी। यादव ने बताया कि शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ता शहरी थाना क्षेत्र में अपनी गिरफ्तारी देंगे।
इस बीच मधेपुरा अदालत ने पूर्व सांसद पप्पू यादव की जमानत याचिका खारिज कर दी। काफी देर तक फैसला सुरक्षित रखने के बाद अंतत: जिला जल ने उनकी जमानत की याचिका को अस्वीकार कर दिया। वे जेल में ही रहेंगे। हालांकि जेल जाने के बाद वे बीमार हो गए। उनका इलाज दरभंगा में चल रहा है। इस बीच कार्यकर्ता उनकी रिहाई के लिए लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।