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ट्रेन बना मंदिर, जय श्रीराम के घोष के साथ रामेश्वर से कन्याकुमारी गए श्रद्धालु

Aastha Bharat Darshan Train आस्था के साथ दक्षिण भारत के यात्रा पर गई आस्था सर्किट। 650 तीर्थ यात्री रवाना हुए विशेष ट्रेन से। 10 अप्रैल को होगी वापसी कई मंदिरों का करेंगे दर्शन। शुद्ध शाकाहारी नाश्ता और भोजन की यहां व्‍यवस्‍था है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Wed, 31 Mar 2021 10:55 AM (IST)Updated: Wed, 31 Mar 2021 10:55 AM (IST)
ट्रेन बना मंदिर, जय श्रीराम के घोष के साथ रामेश्वर से कन्याकुमारी गए श्रद्धालु
भागलपुर रेलवे जंक्‍शन पर पहुंची आस्‍था भारत दर्शन ट्रेन।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Aastha Bharat Darshan Train: इंडियन रेलवे केटरिग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड (आइआसीटीसी) की ओर से चलाई गई आस्था सर्किट भारत दर्शन ट्रेन भागलपुर से बुधवार की सुबह जय श्रीराम, जय तिरुपति बाला जी के जयघोष के साथ खुली। ट्रेन के एक कोच को मंदिर का स्वरूप दिया गया। साइड अपर बर्थ भगवान की मूर्तियों रखीं रखी गई है। आस्था सर्किट ट्रेन खुलते ही यात्री भजन कीर्तन शुरू हो गया। आस्था सर्किट से सफर करने वाले 650 यात्री रामेश्वरम, तिरुपति वाला जी, कन्याकुमारी, मदुरै जैसे तीर्थ स्थलों का दर्शन करेंगे। वरीय पर्यवेक्षक मनीष कुमार और दीपांकर मन्ना ने बताया कि कोरोना के कारण आस्था सर्किट ट्रेन नहीं चलाई जा रही थी। इस ट्रेन से सफर करने वालों का पूरा रिस्पॉन्स मिला। ट्रेन निर्धारित समय पर भागलपुर से खुली।

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पहले बालाजी फिर रामेश्वरम का दर्शन, कन्याकुमारी अंतिम पड़ाव

दो अप्रैल को ट्रेन पहले रेणुंगटा जंक्शन पर रुकेगी। यहां रात्रि विश्राम के बाद सुबह में तिरुपति बालाजी का दर्शन होगा। रात्रि विश्राम त्रिवेंद्रम में होगा। जहां यात्री पद्मानाभस्वामी मंदिर में पूजा करेंगे। इसके बाद रामेश्वरम जाएंगे। मदुरै में माता मीनाक्षी का दर्शन करने के बाद रात्रि विश्राम करेंगे। फिर कन्याकुमारी का दर्शन करेंगे। आठ मार्च को ट्रेन की वापसी होगी। 10 अप्रैल की शाम आस्था सर्किट 12.30 बजे भागलपुर आएगी, 10 मिनट बाद मुंगेर के लिए खुलेगी। मुंगेर 2.30 बजे पहुंचेगी।

शुद्ध शाकाहारी नाश्ता और भोजन

इस ट्रेन से सफर करने वाले सभी तीर्थ यात्रियों को नाश्ता, दोपहर और रात का भोजन शाकाहारी दिए जाएंगे। सभी कोच में सुरक्षा गार्ड और फर्स्ट एड कीट भी रखा गया है। हर कोच में आरओ पानी का जार यात्रियों के लिए उपलब्ध है। वरीय पर्यवेक्षक मनीष कुमार ने बताया कि पूर्व बिहार के लोगों को इस ट्रेन से जोड़ने की कोशिश की गई है।

कोविड नियमों का सख्ती से पालन

कोविड नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा। कोच, शौचालय से लेकर सामानों को सैनिटाइज किया गया था। सैनिटाइज, मास्क और फेस शिल्ड भी श्रद्धालुओं को दिए जाएंगे। हर कोच के कंपार्टमेंट का दूसरा सीट को छोड़ दिया गया है।


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