साथ रहने का दबाव बनाया तो प्रेमिका को कोसी नदी में फेंका, स्तब्ध कर देगी भागलपुर की ये कहानी
प्रेमिका से पीछा छुड़ाने के लिए एक प्रेमी ने उसे कोसी नदी में फेंक दिया। प्रेमी पहले से ही विवाहित है। प्रेमिका भी अपने प्रेमी के साथ ही रहना चाहती थी।
भागलपुर, जेएनएन। नवगछिया में प्रेमिका को साथ रहने का दबाव बनाता देख प्रेमी ने उसे रास्ते से हटाने की नीयत से कोसी नदी में फेंक दिया। प्रेमिका को नदी थाने की पुलिस ने मदरौनी गांव के समीप जख्मी हालत में बचा लिया है। घटना रविवार की देर रात की है। घटना की बाबत जख्मी संजू देवी के बयान पर केस दर्ज करने की कवायद की जा रही है।
खुद को मधेपुरा निवासी अरविंद की दूसरी पत्नी बता रही है संजू
कोसी नदी से डूबने से बचा ली गई संजू देवी ने नवगछिया पुलिस को जानकारी दी है कि वह मधेपुरा के बभनगामा, बिहारीगंज निवासी अरविंद पासवान की दूसरी पत्नी है। रविवार की देर रात उसे अरविंद उसे विशु राउत पुल पर अपने साथी मनीष के साथ लाया था। दोनों ने मिलकर उसे पुल के नीचे नदी में फेंक दिया। पति की मंशा जान लेने की थी। लेकिन नदी थाने की पुलिस ने बचा लिया।
सोशल साइट से दोनों एक दूसरे के करीब आए
अरविंद पश्चिम बंगाल की रहने वाली संजू से सोशल साइट पर चैटिंग के जरिए एक दूसरे के करीब हुए थे। अरविंद बीते दो सालों से उसे बिहारी गंज में किराए का कमरा लेकर रख रहा था। उसका सारा खर्च वही वहन कर रहा था। हाल के महीने में वह उसके साथ रहने के बजाय काम की अधिकता बता वह कई दिनों से नहीं आ रहा था। जब भी उसे बाहर होने का कारण पूछती वह टाल दे रहा था।
पहले से शादीशुदा अरविंद छ:ह बच्चे का पिता है
पहले से शादीशुदा अरविंद की पत्नी सोनी देवी को इसकी भनक लगी तो घर में रोज विवाद होने लगा। सोनी से अरविंद के छ:ह बच्चे हैं। विवाद बढ़ा तो अरविंद अपने रिश्ते में चचेरे साले मनीष के सहयोग से संजू को विशु राउत पुल पर लाया। वहां दोनों ने मिलकर उसे कोसी नदी में फेंक दिया।
आर्थिक तंगी खत्म करने को बन गया है झोलाछाप डॉक्टर
संजू ने पुलिस को बताया कि आर्थिक तंगी खत्म करने के लिए अरविंद पासवान झोलाछाप डॉक्टर बन गांव-गांव लोगों का उपचार करता था। उसे यह नहीं मालूम था कि वह पहले से शादीशुदा है। छ:ह बच्चे का बाप भी है। उसने प्यार में धोखा तो दिया ही, वह इतना गिर गया कि उसकी जान तक लेने पर उतारू हो गया। संजू ने बताया कि उसकी जिंदगी अरविंद ने नरक बना दी।
नदी थानाध्यक्ष मुहम्मद मकबूल ने बताया कि शराब तस्करी प्रकरण में जब्त नाव को लेकर थाने जा रहे थे। उसी समय बचाव-बचाव का शोर मचा रही महिला की आवाज सुनी। वह नदी में बह रही लकड़ी का सहारा लिए हुई थी। तब पुलिस बल के सहयोग से महिला को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।