प्रेमिका ने नंबर किया ब्लॉक तो प्रेमी ने दे दी जान, सुसाइड नोट में लिखा... सॉरी टू ऑल ऑफ यू
भागलपुर में एक युवक ने आत्महत्या कर ली। वह बरारी थाना क्षेत्र के सुरखीकल मजार रोड के पास किराये के मकान में रहता था। मृतक निशांत प्लस टू का छात्र था। आत्महत्या के कारण प्रेमिका द्वारा की गई बेवफाई बताया जाता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
भागलपुर, जेएनएन। बरारी थाना क्षेत्र के सुरखीकल मजार रोड स्थित तिवारी निवास में प्लस टू के छात्र निशांत ने सोमवार की देर रात खुदकुशी कर ली। मंगलवार की सुबह मकान मालिक उमेश तिवारी निशांत के दोस्त की सूचना पर कमरे का दरवाजे को धक्का दिया। अंदर की चिटखनी दवाब में खुल गई। अंदर छात्र का शव फंदे पर लटका मिला। नीचे प्लास्टिक की कुर्सी गिरी मिली। मकान मालिक ने निशांत के पिता उमाकांत सिंह को फोन पर घटना की जानकारी दी। फिर बरारी पुलिस को सूचना दी। बरारी पुलिस मौके पर पहुंच कमरे के अंदर से सुसाइड नोट बरामद किया। निशांत के पिता ने बरारी पुलिस को उनके कहलगांव से आने के बाद ही शव को फंदे से उतारने की बात कही। पिता उमाशंकर मां रेणु भी 12.30 बजे पहुंचे। तब बरारी पुलिस शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। निशांत की खुदकुशी की जानकारी पर सबसे पहले मौसी कंचन मौके पर आई थी। वह अपने दफ्तर के लिए जा रही थी कि उसे भी फोन से स्वजन ने सूचना दी थी।
घटनाक्रम एक नजर में
सोमवार की रात 11.30 बजे बाहर से लौटा था निशांत।
अपने दोस्त कन्हैया और मंजीत के मोबाइल से किसी से लंबी बात की
12.30 बजे अपने कमरे में चला गया फिर सुबह फंदे पर लटका पाया
बाहर से कमरे पर आने पर दोस्तों ने उसे असामान्य पाया था
वह अपनी मम्मी का फोन रिसीव नहीं कर रहा था
गर्लफ्रैंड शुभी ने उसका नंबर कर दिया था ब्लाक, काफी परेशान था
अक्सर वह देर रात को घर लौटता था, दोस्तों के कमरे में नहीं जाता था
उसके पास था नोट-8 प्रो पर दो-तीन दिनों से दोस्तों ने नहीं देखा
किसी दोस्त से शेयर नहीं करता था अपनी प्रेमिका की बातें।
दोस्त कन्हैया और मंजीत ने पुलिस को दिया अपना बयान
पिता हैं एनटीपीसी में इंजीनियर, मौसी एसएसपी कार्यालय में तैनात
निशांत के पिता उमाकांत सिंह एनटीपीसी कहलगांव में इंजीनियर पद पर तैनात हैं। मौसी कंचन एसएसपी कार्यालय के हिंदी शाखा में तैनात है। कहलगांव टोला पीरपैंती के मूल निवासी है। वर्षों से कहलगांव में रहते हैं। बेटे निशांत को बीजे सचदेवा में प्लस टू की पढ़ाई करने को भेजा था।
19 सितंबर को तिवारी भवन में लिया था किराये का एक कमरा
कहलगांव डीएवी से पढ़ाई किए निशांत ने 19 सितंबर को उमेश तिवारी के दूसरे माले में एक कमरा किराए पर लिया था। खुद कमरे की सफाई कर मकान मालिक से ही सिलेंडर मांग चाय और मैगी बनाई थी। फिर वह अपनी दिनचर्या में शामिल हो गया था।
सॉरी टू ऑल ऑफ यू, सॉरी मम्मी... सुसाइड नोट का मजमून
कमरे में मिले सुसाइड नोट में निशांत ने सबको सॉरी कहा, मम्मी को भी सॉरी कहा है। उसने अपनी प्रेमिका शुभी को संबोधित करते हुए कहा है कि शुभी तुम तो हमको पूरा भूल गई हो। आज एक लड़का के चक्कर में फंस गई तो हमें छोड़ ही दी हो। हम बोल रहे थे ना कि हम कुछ भी कर सकते हैं तुम्हारे लिए। बस तुम अपनी लाइफ में खुश रहो। हम आज खुदकुशी कर रहे हैं। अगर ये लेटर तुमको मिल जाता है तो अच्छी बात है। वरना कोई बात नहीं। फोन भी नहीं है मेरे पास...