Acid attack : शहर के अवैध फैक्ट्री से होती है तेजाब की सप्लाई, चढ़ा पुलिस के हत्थे
गिरफ्तार युवक ने बताया कि वह मिताली प्रोडक्ट से तेजाब लाता है। इसके बाद उसमें अन्य प्रोडक्ट मिलाकर टायलेट साफ करने के लिए एसिड बनाता है। बाद में इसकी सप्लाई देता था।
भागलपुर [जेएनएन]। खुलेआम तेजाब की बिक्री के खिलाफ दैनिक जागरण के अभियान का असर दिखना शुरू हो गया है। बरारी इलाके के संतनगर में पुलिस ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में छापेमारी कर 103 लीटर तेजाब बरामद किया। इस दौरान साधु यादव नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया। उसकी निशानदेही पर जीरोमाइल इलाके के औद्योगिक प्रक्षेत्र में मिताली प्रोडक्ट फैक्ट्री में भी जांच की। फैक्ट्री के मालिक ने पुलिस और मजिस्ट्रेट को एसिड खरीद बिक्री का लाइसेंस दिखाया। यहां यह बता दें कि पिछले दिनों डीएम प्रणव कुमार ने कहा था कि जिले में तेजाब बेचने का लाइसेंस किसी के पास नहीं है।
2006 में ही लाइसेंस की वैधता हो गई थी समाप्त
एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि अवैध तेजाब की खरीद बिक्री को रोकने के लिए पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सुबह सूचना मिलने पर बरारी इंचार्ज को छापेमारी के लिए निर्देशित किया गया। सीओ जगदीशपुर की मौजूदगी में बरारी पुलिस ने साधु के घर में छापेमारी की। पुलिस ने वहां रखे 40 बोतलों में पीला तेजाब, 23 लीटर सफेद तेजाब और एक जार में 40 लीटर तेजाब जब्त किया। तेजाब रखने के कागजात दिखाने की बात पर साधु ने उद्योग विभाग का एक लाइसेंस दिखाया। जिसकी वैधता 2006 में ही समाप्त हो गई थी।
पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह बियाडा कैंपस स्थित मिताली प्रोडक्ट से तेजाब लाता है। इसके बाद उसमें अन्य प्रोडक्ट मिलाकर टायलेट साफ करने के लिए एसिड बनाता है। अलग-अलग इलाकों में इसकी सप्लाई देता था। वहीं तेजाब की सप्लाई देने की बात पर फैक्ट्री के संचालक अशोक कुमार ओझा ने बताया कि उनके पास तेजाब के खरीद बिक्री का 1976 से लाइसेंस है। हालांकि, पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि मिताली प्रोडक्ट ने गैर लाइसेंसी व्यक्ति को किस परिस्थिति में तेजाब की सप्लाई की। छापेमारी में जगदीशपुर अंचलाधिकारी सोनू भगत और बरारी चौकी इंचार्ज सुनील कुमार झा समेत अन्य अफसर शामिल थे।
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