ए ग्रेड कॉलेज में हैं मात्र दो शिक्षक, दोनों बन गए अधिकारी... अब कैसे होगी पढ़ाई Bhagalpur News
इसका खुलासा तब हुआ जब प्रतिकुलपति औचक निरीक्षण करने मारवाड़ी महाविद्यालय पहुंचे। तब पता चला कि यहां भौतिकी की पढ़ाई की बदतर हालत है।
भागलपुर [जेएनएन]। मारवाड़ी कॉलेज में पढऩे वाले छात्र परेशान हैं। भौतिकी की पढ़ाई कर रहे छात्रों की कक्षाएं नहीं हो रही है। प्रायोगिक कक्षाएं नहीं चल रही है। यूं कहें कि भौतिकी विभाग की स्थिति डांवाडोल है।
मारवाड़ी कॉलेज को नैक से ए ग्रेड मिला हुआ है। लेकिन छात्रों को भौतिकी की पढ़ाई नहीं हो रही है। इसका खुलासा तब हुआ जब तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. रामयतन प्रसाद औचक निरीक्षण करने पहुंचे। तब पता चला कि यहां भौतिकी की पढ़ाई की बदतर हालत है। प्रतिकुलपति बुधवार को कॉलेज में चल रही स्नातक पार्ट वन के भौतिकी की प्रायोगिक परीक्षा का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए।
उन्होंने एक प्रयोग से जुड़ा उत्तर लिख चुके छात्रों से पूछा कि उन्होंने जो प्रश्न हल किया है, वह कौन सा प्रयाग है। छात्रों ने कहा कि उन्हें यह नहीं पता है। उन्होंने छात्रों से भौतिकी से जुड़े उपकरण के बारे में पूछा। छात्रों ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। तब छात्रों से पूछा गया कि प्रयोग की जानकारी नहीं है तो उत्तर कैसे लिखा। इस पर छात्रों का जवाब चौंकाने वाला था। छात्रों ने बताया कि उन्होंने नकल कर उत्तर लिखा है।
कॉलेज में पढ़ाई नहीं होती है लेकिन उन्हें परीक्षा देनी होती है तो उत्तर किसी न किसी तरह से लिखना पड़ता है। परीक्षा में दो एक्सटर्नल डॉ. जगधर मंडल और डॉ. उमाकांत प्रसाद की ड्यूटी थी। जगधर मंडल नहीं थे। इस पर प्रतिकुलपति ने नाराजगी जताई लेकिन बताया गया कि वह पीजी में कक्षा लेकर आएंगे। इसके बाद प्रतिकुलपति ने मौजूद एक्सटर्नल को निर्देश दिया कि संबंधित छात्रों की परीक्षा, प्रैक्टिकल कराने के बाद दूसरी पाली में ली जाए।
दो ही शिक्षक, दोनों विवि के अधिकारी
प्रतिकुलपति ने प्रभारी प्राचार्य डॉ. गुरुदेव पोद्दार से प्रयोगिक कक्षा के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि कॉलेज में भौतिकी में दो ही शिक्षक हैं और दोनों विवि में अधिकारी भी हैं। डॉ. केएम सिंह विवि के सीसीडीसी हैं और डॉ. दीपो महतो एनएसएस को-ऑर्डिनेटर हैं। दोनों को आधी ड्यूटी विवि की भी करनी पड़ती है।